Gold Price Hike: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, 2025 को आम बजट पेश करेंगी, जिस पर सबकी नजरें लगी हुई हैं। इस बजट के बारे में कई अटकलें चल रही हैं, और माना जा रहा है कि सोने की कीमतों पर टैक्स में महत्वपूर्ण बदलाव हो सकते हैं। संभावना जताई जा रही है कि सरकार सोने पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का निर्णय ले सकती है।
इस बजट पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं, और यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि सोने की कीमतों पर टैक्स में महत्वपूर्ण बदलाव हो सकते हैं। ऐसी संभावना है कि सरकार सोने पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का फैसला कर सकती है, जिसका बाजार पर गहरा प्रभाव पड़ेगा।
इस बजट पर सभी की नजरें हैं, और अटकलें हैं कि सोने की कीमतों पर टैक्स में बड़े बदलाव हो सकते हैं। यह संभावना जताई जा रही है कि सरकार सोने पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का फैसला ले सकती है, जिसका बाजार पर महत्वपूर्ण असर होगा।
2024 में गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी में 9 प्रतिशत की कमी की गई थी।
पिछले साल जुलाई में वित्त मंत्री ने बजट में सोना और चांदी पर इंपोर्ट ड्यूटी 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत कर दी थी। यह 9 प्रतिशत की कमी अब तक की सबसे बड़ी इंपोर्ट ड्यूटी कटौती थी, और 2013 के बाद पहली बार हुआ था जब इंपोर्ट ड्यूटी 10 प्रतिशत से नीचे आई।
सोने का आयात में वृद्धि
सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती के बाद अगस्त 2024 में सोने का आयात 104 प्रतिशत बढ़कर 10.06 अरब डॉलर तक पहुँच गया। हालांकि, रत्न और ज्वेलरी के निर्यात में अपेक्षित वृद्धि नहीं हो पाई और इसमें 23 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। इस कारण से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बाजार में असंतुलन बना हुआ है।
सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी कैसे लागू होती है?
केंद्र सरकार इंपोर्ट ड्यूटी निर्धारित करती है और इसे समय-समय पर संशोधित करती रहती है। यह प्रक्रिया सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स (CBIC) के माध्यम से की जाती है। जब सोना अन्य देशों से भारत में आयात किया जाता है, तो आयातक को कस्टम ड्यूटी का भुगतान करना पड़ता है।