दिवाली से पहले, केंद्र सरकार ने श्रमिकों को एक बड़ा तोहफा देकर उनकी जिंदगी में और भी रोशनी भर दी है। सरकार ने Variable Dearness Allowance (VDA) में संशोधन करते हुए न्यूनतम मजदूरी में substantial बढ़ोतरी की है। अब न्यूनतम दैनिक मजदूरी दर को बढ़ाकर 1,035 रुपये करने का फैसला किया गया है।
इस फैसले से श्रमिकों की मासिक आय में काफी वृद्धि होगी, जो कि राहत की तरह है। आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए मोदी सरकार का यह कदम एक मास्टर स्ट्रोक के रूप में देखा जा रहा है। यह घोषणा पीएम मोदी ने गुरुवार को की।
श्रमिकों की बढ़ी हुई मासिक आय
केंद्र सरकार के इस फैसले से श्रमिकों के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है। श्रम मंत्रालय ने बताया कि सरकार का उद्देश्य बढ़ती जीवनयापन लागत के बीच मजदूरों की सहायता करना है।
हाल ही में किए गए संशोधन के तहत, निर्माण, साफ-सफाई, और सामान उतारने-चढ़ाने जैसे अनस्किल्ड श्रमिकों के लिए सेक्टर A में न्यूनतम मजदूरी दर को 783 रुपये प्रति दिन किया गया है। इस हिसाब से हर महीने श्रमिकों को 20,358 रुपये मिलेंगे।
श्रमिकों की विभिन्न श्रेणियों के लिए न्यूनतम मजदूरी
सरकार ने विभिन्न श्रेणियों के हिसाब से न्यूनतम मजदूरी में परिवर्तन किया है। अर्ध-कुशल श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी अब 868 रुपये प्रति दिन होगी, जिससे उनकी मासिक आय 22,568 रुपये हो जाएगी। बिना हथियार वाले चौकीदारों या गार्डों की न्यूनतम मजदूरी बढ़ाकर 954 रुपये प्रति दिन की गई है, जिससे उनकी मासिक आय 24,804 रुपये हो जाएगी। अत्यधिक कुशल श्रमिकों को अब 1,035 रुपये प्रति दिन के हिसाब से 26,910 रुपये की मासिक सहायता मिलेगी।
आपको यह जानकर भी दिलचस्पी होगी कि ये बढ़ी हुई न्यूनतम दरें 1 अक्टूबर 2024 से लागू होंगी, जिससे श्रमिकों की आय में भी बढ़ोतरी होगी।