Marriage Certificate: भारत में हर साल लाखों लोग शादी करते हैं; पिछले साल यह आंकड़ा 32 लाख था, और इस साल अक्टूबर से दिसंबर के बीच 34 लाख शादियों का अनुमान है। इस दौरान होने वाले खर्च का अनुमान लगभग 4 करोड़ रुपये लगाया गया है।
शादी को परंपरागत तरीके से करने के बाद उसका रजिस्ट्रेशन कराना भी बहुत जरूरी है। शादी का रजिस्ट्रेशन कराने पर आपको एक प्रमाण पत्र मिलता है, जो आपकी शादी की पुष्टि करता है।
पहले शादी के प्रमाण पत्र के लिए प्रक्रिया ऑफलाइन होती थी, लेकिन अब यह भीम ऑनलाइन की गई है, जिससे लोगों को इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं। आप सीधे ऑनलाइन अपने विवाह का रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
अगर आप अपना मैरिज सर्टिफिकेट बनवाना चाहते हैं, तो अपने राज्य की विवाह पंजीकरण वेबसाइट पर जाकर इसे ऑनलाइन कर सकते हैं।
मैरिज सर्टिफिकेट के लिए आपके पास कुछ जरूरी दस्तावेज होने चाहिए, जैसे 10वीं या 12वीं का मार्कशीट, पति-पत्नी के आधार कार्ड, शादी के दौरान की चार पासपोर्ट साइज फोटो (जिसमें चेहरा स्पष्ट हो) और शादी का कार्ड। यदि ये सभी दस्तावेज आपके पास हैं, तो आपका मैरिज रजिस्ट्रेशन आसानी से हो जाएगा।
मैरिज सर्टिफिकेट एक कानूनी दस्तावेज है, जो शादीशुदा जोड़े को आधिकारिक पहचान प्रदान करता है। यह जॉइंट अकाउंट खोलने, किसी योजना में निवेश करने या सरकारी बीमा पॉलिसी में भाग लेने के लिए आवश्यक है। ध्यान रखें कि लड़की की उम्र 18 साल और लड़के की उम्र 21 साल से अधिक होनी चाहिए।