Gold-Silver Price Today: आज सोना और चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। यह कमी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बाजारों में नजर आई है। सोने की कीमतें लगभग 600 रुपये प्रति 10 ग्राम घट गई हैं, जबकि चांदी के दाम में 3000 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक की गिरावट आई है।
इस गिरावट का प्रमुख कारण वैश्विक बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में आई कमी है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति और डॉलर की मजबूती ने भी कीमती धातुओं की कीमतों को प्रभावित किया है। इस लेख में, हम सोने और चांदी की कीमतों में आई इस गिरावट के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे।
सोने की कीमतों में कमी
आज सोने की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली है। घरेलू वायदा बाजार में सोना गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। एमसीएक्स (MCX) पर 4 अक्टूबर 2024 की डिलीवरी वाला सोना 623 रुपये, यानी 0.89% की कमी के साथ 69,166 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा है।
24 कैरेट और 22 कैरेट सोने की कीमत (प्रति 10 ग्राम)
- शहर | 24 कैरेट गोल्ड | 22 कैरेट गोल्ड
- दिल्ली | 72,280 रुपये | 66,250 रुपये
- मुंबई | 72,130 रुपये | 66,250 रुपये
- कोलकाता | 72,130 रुपये | 66,250 रुपये
- चेन्नई | 72,280 रुपये | 66,850 रुपये
चांदी की कीमतों में कमी
आज चांदी की कीमतों में जोरदार गिरावट आई है। एमसीएक्स पर 5 सितंबर 2024 की डिलीवरी वाली चांदी 3045 रुपये, यानी 3.69% की कमी के साथ 79,448 रुपये प्रति किलोग्राम पर ट्रेड कर रही है।
मुख्य शहरों में चांदी की कीमत (प्रति किलोग्राम)
- शहर | चांदी की कीमत
- दिल्ली | 84,900 रुपये
- मुंबई | 84,900 रुपये
- कोलकाता | 84,900 रुपये
- चेन्नई | 89,900 रुपये
वैश्विक बाजार में सोने और चांदी की मूल्य दरें
वैश्विक बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में कमी देखी गई है।
वैश्विक सोने की कीमत
- कॉमेक्स (COMEX) पर सोना 25.40 डॉलर, यानी 1.03% की कमी के साथ 2,444.40 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है।
- स्पॉट गोल्ड 46.66 डॉलर, यानी 1.91% की कमी के साथ 2,396.58 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है।
वैश्विक चांदी की कीमत
- कॉमेक्स पर चांदी 1.29 डॉलर, यानी 4.53% की कमी के साथ 27.11 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही है।
- स्पॉट सिल्वर 1.60 डॉलर, यानी 5.60% की कमी के साथ 26.96 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही है।
सोने और चांदी की कीमतों में कमी के कारण
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति, डॉलर की मजबूती, वैश्विक आर्थिक स्थिति में सुधार, कोविड-19 महामारी के प्रभाव में कमी, और निवेशकों का अन्य निवेश विकल्पों की ओर रुख.
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति सोने और चांदी की कीमतों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है। यदि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में वृद्धि करता है, तो इससे डॉलर की कीमत बढ़ जाती है, जिसके परिणामस्वरूप सोने और चांदी जैसी कीमती धातुओं की मांग घट सकती है।
डॉलर की सुदृढ़ता
डॉलर की मजबूती भी सोने और चांदी की कीमतों पर असर डालती है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना और चांदी महंगे हो जाते हैं, जिससे इनकी मांग घट जाती है।
सोने और चांदी में निवेश की अहमियत
गिरावट के बावजूद, सोना और चांदी लंबे समय से निवेश के आकर्षक विकल्प बने हुए हैं। इनमें निवेश करने के कई लाभ हैं:
- मुद्रास्फीति से सुरक्षा
- आर्थिक अस्थिरता के दौरान स्थिरता
- पोर्टफोलियो में विविधता
- उच्च तरलता
मुद्रास्फीति के खिलाफ सुरक्षा
सोना और चांदी मुद्रास्फीति से सुरक्षा का एक साधन होते हैं। जब मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो अक्सर सोने और चांदी की कीमतें भी बढ़ जाती हैं, जिससे निवेशकों की क्रय शक्ति बनी रहती है।
आर्थिक अनिश्चितता के दौर में स्थिरता प्रदान करने वाले निवेश
आर्थिक अनिश्चितता के समय, सोना और चांदी स्थिर निवेश विकल्प के रूप में उभरते हैं। जब शेयर बाजार या अन्य निवेश विकल्प अस्थिर होते हैं, तो निवेशक प्रायः सोना और चांदी की ओर आकर्षित होते हैं।
भविष्य में सोने और चांदी की कीमतों की भविष्यवाणी
विशेषज्ञों का मानना है कि दीर्घकालिक दृष्टिकोण में सोने और चांदी की कीमतों में वृद्धि होने की संभावना है। भविष्य में इन कीमती धातुओं के मूल्य को प्रभावित करने वाले कुछ कारण निम्नलिखित हैं:
- वैश्विक आर्थिक परिदृश्य
- भू-राजनीतिक तनाव
- मौद्रिक नीतियां
- मांग और आपूर्ति का संतुलन
वैश्विक आर्थिक परिदृश्य
वैश्विक आर्थिक परिदृश्य सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आर्थिक मंदी या अस्थिरता के दौरान, निवेशक अक्सर सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख करते हैं, जिससे सोने और चांदी की मांग बढ़ सकती है।
भू-राजनीतिक अस्थिरता
भू-राजनीतिक तनाव भी सोने और चांदी की कीमतों पर प्रभाव डाल सकता है। अंतरराष्ट्रीय संघर्ष या राजनीतिक अस्थिरता के दौरान, निवेशक अक्सर सोने और चांदी जैसे सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर आकर्षित हो जाते हैं।
निवेशकों के लिए सुझाव
वर्तमान में सोने और चांदी की कीमतों में आई गिरावट के बावजूद, निवेशकों को इन्हें लंबी अवधि के दृष्टिकोण से देखने पर विचार करना चाहिए। यहां कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं:
पोर्टफोलियो विविधीकरण: अपने निवेश पोर्टफोलियो में सोने और चांदी को शामिल करें, लेकिन इन्हें कुल निवेश का केवल एक छोटा हिस्सा बनाएं।
लंबी अवधि का दृष्टिकोण: सोने और चांदी में निवेश करते समय दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाएं। अल्पकालिक उतार-चढ़ाव को लेकर चिंतित न हों।
नियमित निवेश: एकमुश्त बड़ी राशि के बजाय, नियमित अंतराल पर छोटी-छोटी राशियों में निवेश करें।
भौतिक बनाम डिजिटल: भौतिक सोना और चांदी खरीदने के साथ-साथ गोल्ड ईटीएफ या डिजिटल गोल्ड जैसे विकल्पों पर भी विचार करें।
बाजार की निगरानी: सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारकों पर नज़र रखें और अपनी निवेश रणनीति को उसी अनुसार समायोजित करें।
हाल की कीमतों में गिरावट एक अल्पकालिक प्रवृत्ति हो सकती है। लंबी अवधि में, ये कीमती धातुएं अपना मूल्य बनाए रखने की क्षमता रखती हैं। निवेशकों को सोने और चांदी को अपने समग्र पोर्टफोलियो का एक हिस्सा बनाते हुए अन्य निवेश विकल्पों के साथ संतुलन बनाए रखना चाहिए।