Gold Price Today: भारत में श्राद्ध के आरंभ होते ही सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। 19 सितंबर 2024 को 10 ग्राम सोने की कीमत में 200 रुपये की कमी आई है। चांदी भी पिछले दिन की तुलना में 1,000 रुपये की गिरावट के साथ 90,900 रुपये पर कारोबार कर रही है। आइए, भारत के 15 बड़े शहरों में सोने के भाव पर एक नजर डालते हैं।
प्रमुख महानगरीय दरें
दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में 24 कैरेट सोने की कीमत लगभग 74,870 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत लगभग 68,640 रुपये प्रति 10 ग्राम है। मुंबई और कोलकाता में ये कीमतें थोड़ी कम हैं, जहाँ 24 कैरेट सोना 74,720 रुपये और 22 कैरेट सोना 68,490 रुपये प्रति 10 ग्राम बिक रहा है। चेन्नई और बेंगलुरु की दरें भी मुंबई के बराबर हैं, जो क्षेत्रीय मूल्य निर्धारण के रुझान को दर्शाती हैं।
उत्तर और पूर्वी भारत की विविधताएँ
लखनऊ और जयपुर में 24 कैरेट सोने की कीमत दिल्ली के समान 74,870 रुपये और 22 कैरेट सोने की कीमत 68,640 रुपये प्रति 10 ग्राम है। हालांकि, पटना में थोड़ा अंतर है, जहां 24 कैरेट सोना 74,770 रुपये और 22 कैरेट सोना 68,540 रुपये प्रति 10 ग्राम है। भुवनेश्वर में सोने की कीमतें सबसे कम हैं, जहां 24 कैरेट सोना 74,720 रुपये और 22 कैरेट सोना 68,490 रुपये प्रति 10 ग्राम है।
बाजार के रुझान और विश्लेषण
श्राद्ध के दौरान सोने की कीमतों में गिरावट स्पष्ट रूप से देखी जा रही है, क्योंकि यह समय पारंपरिक रूप से हिंदू संस्कृति में पूर्वजों को याद करने से जुड़ा होता है। दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद जैसे प्रमुख महानगरों में समान मूल्य निर्धारण राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एक मानकीकृत बाजार की ओर इशारा करता है। पटना और भुवनेश्वर जैसे शहरों में मामूली अंतर स्थानीय बाजार की स्थितियों और मांग के कारण हो सकता है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सोने की कीमतों में गिरावट का रुझान दिखाई दे रहा है, लेकिन ऐतिहासिक औसत की तुलना में वे अभी भी अपेक्षाकृत ऊंचे स्तर पर बने हुए हैं। चांदी की कीमतों में गिरावट भी कीमती धातुओं के बाजार में व्यापक रुझान को दर्शाती है। निवेशकों और उपभोक्ताओं को इन उतार-चढ़ावों पर ध्यान रखना चाहिए, विशेषकर त्योहारों के मौसम के नज़दीक आने पर, जब भारत में सोने की मांग आमतौर पर बढ़ जाती है।
चूंकि वैश्विक आर्थिक कारक कीमती धातुओं की कीमतों को प्रभावित करते रहते हैं, आने वाले हफ्तों में इन दरों में और बदलाव देखने को मिल सकता है। संभावित खरीदारों को खरीदारी के निर्णय लेते समय इन बाजार की गतिशीलताओं पर विचार करना चाहिए, खासकर इस धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के दौर में।