Gold Price Today 03 July 2024: आम आदमी की पहुंच से सोना बहुमूल्य हो गया है। वास्तविकता में, सोने और चांदी की कीमतें अपनी सभी पूरी इतिहास में उच्च स्तरों पर चल रही हैं। सोने की कीमतों में इस तेजी को केंद्रीय बैंकों द्वारा खरीदारी में वृद्धि के बाद देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में इसमें और तेजी आ सकती है।
मंगलवार के कारोबारी सत्र के दौरान मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) और सर्राफा बाजार में सोने और चांदी के रेट में मिलानसार रुख देखा गया। इन दोनों कीमती धातुओं के रेटों में नीचे की दिशा देखकर सोने की खरीदारी की योजना बना रहे व्यक्तियों ने राहत की सांस ली है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में सोने के रेट में और तेजी आ सकती है।
गोल्ड के दाम में हल्की गिरावट देखी गई है
गोल्ड और चांदी की कीमत से जुड़ी जानकारी देने वाली वेबसाइट ibjarates.com के अनुसार, मंगलवार के कारोबारी सत्र में गोल्ड की कीमत में हल्की गिरावट देखी गई। 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 71858 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई है। 23 कैरेट गोल्ड 71570 रुपये और 22 कैरेट गोल्ड 65822 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। आज के कारोबारी सत्र में चांदी की कीमत में तेजी देखी गई और इसने 88085 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई।
MCX पर वर्तमान में कितना चल रहा है रेट?
MCX पर भी मंगलवार को सोने और चांदी के रेट में मिलानसार रुख देखा जा रहा है। आज MCX पर सोने की कीमत में गिरावट और चांदी में तेजी देखने को मिली। दोपहर के कारोबारी सत्र में सोना 54 रुपये की गिरावट के साथ 71600 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 46 रुपये चढ़कर 89796 रुपये प्रति किलो पर ट्रेड किया गया। इससे पहले सोमवार को चांदी 89750 रुपये पर बंद हुई थी।
सोने में क्यों दिख रही है तेजी?
गोल्ड के रेट में यह तेजी दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों द्वारा गोल्ड की खरीदारी बढ़ने के बाद दिख रही है। वैश्विक तनाव और महंगाई के बढ़ते दबाव से सोने की मांग में वृद्धि हुई है। विकासशील देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा भी अभूतपूर्व स्तर पर सोने की खरीदारी की जा रही है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की रिपोर्ट से पता चलता है कि साल 2023 में ही दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने 1,037 टन सोना खरीदा है। 2022 में गोल्ड खरीद का आंकड़ा 1,082 टन था। साल 2024 के शुरुआती तीन महीनों में (जनवरी से मार्च तक), केंद्रीय बैंकों ने 290 टन सोना खरीदा है।
गोल्ड खरीद के आंकड़ों से जुड़े एनालिस्ट का कहना है कि आने वाले 12 महीनों में केंद्रीय बैंकों की खरीदारी रुकने वाली नहीं है। WGC के सर्वे में शामिल 70 से 80 प्रतिशत केंद्रीय बैंकों की तरफ से यही कहा गया है कि आने वाले समय में ऑफिशियल सेक्टर का गोल्ड रिजर्व बढ़ेगा। सर्वे से यह भी साफ हुआ कि अगले पांच साल में विदेशी मुद्रा भंडार में गोल्ड की हिस्सेदारी बढ़ेगी। डोमेस्टिक गोल्ड प्राइस में पिछले पांच साल में दोगुने और 20 साल में 10 गुने से अधिक की वृद्धि भी देखी गई है।