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EPF Update: खुशखबरी! न्यूनतम बेसिक सैलरी ₹15,000 से बढ़कर ₹25,000 होने जा रही है, बजट में मिलेगी बड़ी सौगात

Budget 2024 Latest Update: हाल ही में 18वीं लोकसभा का गठन हुआ है, और अब सभी की निगाहें मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट पर टिकी हुई हैं। सामान्यतः वित्त मंत्री सालाना केंद्रीय बजट पेश करती हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण इस बार साल में दूसरी बार बजट पेश किया जाएगा। सरकारी कर्मचारियों को इस बजट से काफी उम्मीदें हैं, क्योंकि इस बार सरकार उन्हें बड़ा तोहफा देने वाली है। बेसिक सैलरी लिमिट को बढ़ाकर 25,000 रुपये करने का प्रस्ताव है। आइए, इस पर विस्तार से नजर डालते हैं-

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केंद्र सरकार कर्मचारी भविष्य निधि में योगदान के लिए बेसिक सैलरी की न्यूनतम सीमा बढ़ाने पर विचार कर रही है। वर्तमान में यह सीमा 15,000 रुपये है, जिसे बढ़ाकर 25,000 रुपये किया जा सकता है। श्रम और रोजगार मंत्रालय ने इस प्रस्ताव को तैयार कर लिया है, और संभावना है कि 23 जुलाई को पेश होने वाले बजट में इसका ऐलान किया जाएगा।

10 साल बाद नियमों में संशोधन की योजना

कर्मचारियों के सामाजिक सुरक्षा दायरे को बढ़ाने के लिए मंत्रालय 10 साल बाद EPF नियमों में संशोधन की योजना बना रहा है। इससे पहले, 1 सितंबर 2014 को वेतन सीमा 6,500 रुपये से बढ़ाकर 15,000 रुपये की गई थी। इसके विपरीत, कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) में वेतन की सीमा 21,000 रुपये है, जो 2017 से लागू है। सरकार के भीतर इस पर सहमति है कि EPF और ESIC दोनों योजनाओं के तहत वेतन सीमा को समान किया जाना चाहिए।

फिलहाल कितना योगदान

वर्तमान नियमों के अनुसार, कर्मचारी और नियोक्ता दोनों EPF खाते में मूल वेतन, महंगाई भत्ता और प्रतिधारण भत्ता (Dearness Allowance) का 12-12 प्रतिशत योगदान करते हैं। जहां कर्मचारी का पूरा योगदान भविष्य निधि खाते में जमा होता है, वहीं नियोक्ता के योगदान का 8.33 प्रतिशत कर्मचारी पेंशन योजना में और 3.67 प्रतिशत PF खाते में जमा किया जाता है।

पेंशन फंड में योगदान बढ़ जाएगा

वर्तमान में, यदि बेसिक पे लिमिट 15,000 रुपये है, तो कर्मचारी और नियोक्ता दोनों का योगदान 1,800 रुपये होता है। इस योगदान में से नियोक्ता के हिस्से से 1,250 रुपये कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में और 750 रुपये PF खाते में जाते हैं। यदि बेसिक वेतन सीमा बढ़कर 25,000 रुपये हो जाती है, तो प्रत्येक का योगदान 3,000 रुपये हो जाएगा। इस स्थिति में, नियोक्ता के योगदान में से 2,082.5 रुपये पेंशन कोष में और 917.5 रुपये PF खाते में जमा किए जाएंगे।

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