LIC Customers Alert: हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, LIC ने घोषणा की है कि वे अपने ब्रांड के अनधिकृत उपयोग से धोखाधड़ी गतिविधियों में शामिल होने वाले व्यक्तियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे। LIC ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर अपने पॉलिसीधारकों और जनता से सावधानी बरतने की सलाह दी है और इस प्रकार की सभी विज्ञापनों की प्रामाणिकता की जांच करने को कहा है।
देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी LIC ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर उन लोगों/संस्थाओं को चेतावनी दी है जिन्होंने कंपनी के ब्रांड नाम और प्रतीक चिन्ह का दुरुपयोग करके धोखाधड़ी वाले विज्ञापन दिए हैं, और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
LIC ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म (जैसे ट्विटर) पर अपने पॉलिसीधारकों और जनता से सावधान रहने और हर चीज की प्रामाणिकता की जांच करने की अपील की है।
ब्रांड का दुरुपयोग
निगम ने सार्वजनिक नोटिस में बताया कि हमारे ज्ञान में आया है कि कुछ लोग और संस्थाएं हमारी सहमति के बिना हमारे वरिष्ठ अधिकारियों या पूर्व अधिकारियों की तस्वीर, हमारे ब्रांड नाम और प्रतीक चिन्ह का दुरुपयोग करके विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर धोखाधड़ी वाले विज्ञापन प्रसारित कर रहे हैं। हम इस भ्रामक गतिविधि के बारे में जनता को सचेत करना चाहते हैं। नोटिस में LIC के आधिकारिक सोशल मीडिया खातों पर ऐसे धोखाधड़ी वाले विज्ञापनों के URL लिंक की जानकारी देने का भी आह्वान किया गया है।
भ्रामक विज्ञापनों से बचें
एलआईसी ने घोषणा की है कि हम बिना अनुमति के हमारे ब्रांड का इस्तेमाल करके धोखाधड़ी गतिविधियों में शामिल होने वाले व्यक्तियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। निगम ने यह भी जाहिर किया है कि हम इसे सुनिश्चित करेंगे कि पॉलिसीधारक और आम जनता इन भ्रामक विज्ञापनों से गुमराह न हों।
साइबर फ्रॉड के तथ्यांक
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में वित्तीय साइबर धोखाधड़ी के 11,28,265 मामले रिपोर्ट किए गए। इन मामलों में कुल 7,488.63 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई। साइबर अपराधों के विरोध में, केंद्र सरकार ने गृह मंत्रालय के माध्यम से 'भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र' की स्थापना की है, जो व्यापक और समन्वित तरीके से इससे निपटने का प्रयास करेगा।
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