Business Idea: लेट्यूस का नाम आपने जरूर सुना होगा। यह हरा-भरा पौधा सिर्फ सलाद में ही नहीं बल्कि कई तरह के फास्ट फूड में भी उपयोग होता है। आजकल भारतीय बाजार में इसकी एक नई किस्म, रोमन लेट्यूस, बहुत प्रचलित हो रही है। इसकी वजह उसकी अच्छी कीमत और नवीनतम खेती की तकनीकों में इस्तेमाल होने के कारण है।
लेट्यूस अधिकांशतः सलाद में ही इस्तेमाल होता है, लेकिन यह सिर्फ सलाद तक ही सीमित नहीं है। इसे सूप, सैंडविच, रैप और ग्रिल में भी शामिल किया जा सकता है। सेल्टस (शतावरी सलाद) इसकी एक विशेष किस्म है, जो इसके तनों के लिए विकसित की जाती है। इन तनों को कच्चा या पकाकर भी खाया जा सकता है। बर्गर और पिज्जा के अलावा, लेट्यूस के पत्ते सलाद के रूप में भी इस्तेमाल होते हैं।
रोमन लेट्यूस की खेती कैसे की जाए?
लेट्यूस के पौधों को सीधे नहीं बोया जाता, बल्कि पहले इसकी नर्सरी तैयार की जाती है और फिर उन्हें लगाया जाता है। इसकी खेती के लिए रेतीली या बलुई दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है, जिसमें नमी और पोषण दोनों अच्छी मात्रा में होते हैं। इस पौधे को अच्छी धूप और पानी दोनों की आवश्यकता होती है। लेट्यूस की फसल को समय-समय पर सिंचाई करनी चाहिए।
रोमन लेट्यूस की खेती से कितना लाभ होगा?
जैसा कि हमने आपको बताया कि लेट्यूस के पत्तों की कीमत 300 से 400 रुपये प्रति किलो तक होती है। अगर आप इसकी खेती करते हैं तो आपको कई लाभ हो सकते हैं। आप एक से दो एकड़ में इसकी खेती करके अच्छी कमाई कर सकते हैं।