शुभ मुहूर्त / Shubh Muhurat
पंच मुहूर्त में शुभ मुहूर्त, या शुभ समय, वह समय अवधि होती है जिसमें ग्रह और नक्षत्र मूल निवासी के लिए अच्छे या फलदायक होते हैं। एक ही दिन में तीस शुभ मुहूर्त होते हैं, जिसके दौरान किसी व्यक्ति को शुभ परिणाम प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य शुरू करना चाहिए। आज का शुभ मुहूर्त और अभिजीत मुहूर्त बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। इन्हें जान लेने और इनके अनुसार काम करने से हमारे कार्य सफल होते हैं। शुभ मुहूर्त में की गई गतिविधियों का सकारात्मक प्रभाव रहता है और जीवन में खुशियां आती हैं। इसलिए, शुभ मुहूर्त को ध्यान में रखकर ही विवाह, गृह प्रवेश, नवीन वाहन खरीदना, नए कार्य की शुरुआत जैसे महत्वपूर्ण कार्य किए जाने चाहिए।
आज के शुभ मुहूर्त को जानने के लिए, हमें सूर्योदय और सूर्यास्त के समय को ध्यान में रखना चाहिए। सूर्योदय से पहले तथा सूर्यास्त के बाद भी कुछ शुभ मुहूर्त होते हैं जिन्हें प्रातःकाल और सायंकाल के शुभ मुहूर्त कहा जाता है। आइए जानें कि आज के दिन कौन-से शुभ मुहूर्त हैं-
सूर्योदय से पहले के शुभ मुहूर्त -
- ब्रह्म मुहूर्त - सूर्योदय से 1 घंटा 36 मिनट पहले तक का समय। इसे सबसे श्रेष्ठ मुहूर्त माना जाता है।
- अभिजित मुहूर्त - सूर्योदय से 48 मिनट पहले तक का समय। यह अत्यंत शुभ समय है।
सूर्योदय के बाद के शुभ मुहूर्त -
- विजय मुहूर्त - सूर्योदय के 27 मिनट बाद शुरू होकर लगभग 48 मिनट तक चलता है।
- गोधूलि मुहूर्त - सूर्योदय के 40-48 मिनट बाद तक का काल।
सूर्यास्त के पहले के शुभ मुहूर्त -
- अमृत काल - सूर्यास्त से 1 घंटा 36 मिनट पहले तक का समय।
- शुभ योग - सूर्यास्त से 3 घंटे 24 मिनट पहले तक का समय।
इन शुभ मुहूर्तों को ध्यान में रखकर किए गए कार्य सफल होने की अधिक संभावना रहती है। लेकिन, यदि इन शुभ मुहूर्तों के दौरान अशुभ योग बन रहे हों जैसे कि सर्वार्थ सिद्धि योग, व्यतीपात योग, वज्र योग आदि तो उन मुहूर्तों को टाल देना चाहिए।
अब चलिए समझते हैं कि आज के दिन अभिजीत मुहूर्त क्या है और इसका क्या महत्व है -
अभिजीत मुहूर्त सूर्योदय से करीब 48 मिनट पहले तक का समय होता है जिसे अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस समय किए गए कार्यों में व्यक्ति अवश्य सफल होता है, इसलिए इसे 'अभिजीत मुहूर्त' कहा गया है। यह समय नए कार्यों की शुरुआत के लिए बेहद उपयुक्त होता है। आइये जानते है आज अभिजीत मुहूर्त कब से कब तक रहेगा:
आज का शुभ मुहूर्त - Aaj Ka Shubh Muhurat
गुरुवार, 04 अप्रैल 2024 | Ujjain
अभिजीत मुहूर्त - 11:42 AM से 12:32 PM
इतने महत्वपूर्ण कार्यों के लिए अभिजीत मुहूर्त का समय बेहद फलदायी साबित होता है। यदि आप इस समय में उपरोक्त कार्य करते हैं तो आने वाले समय में इन कार्यों से जुड़ी हर चीज आपके अनुकूल रहेगी और आपको सफलता मिलती रहेगी।
इसके अलावा, कुछ लोग इस समय मंत्रोच्चारण, धार्मिक अनुष्ठान, दान-पुण्य आदि कार्य भी करते हैं ताकि इनका प्रभाव और शुभ फल अधिक हो।
अतः आज के दिन अपने महत्वपूर्ण कार्यों को इस अभिजीत मुहूर्त में करके आप भाग्य के साथ अपनी मेहनत को भी जोड़ सकते हैं और आने वाले समय में सफलता के कई द्वार अपने लिए खोल सकते हैं।
शुभ मुहूर्त 2024 / Shubh Muhurat 2024
इस 48 मिनट के अभिजीत मुहूर्त में नीचे दिए गए कार्यों को करने की सलाह दी जाती है:
- विवाह मुहूर्त 2024
- वाहन खरीद मुहूर्त 2024
- गृह प्रवेश मुहूर्त 2024
- अन्नप्राशन मुहूर्त 2024
- नामकरण मुहूर्त 2024
- मुंडन मुहूर्त 2024
- नया व्यवसाय मुहूर्त 2024
- भूमि पूजन मुहूर्त 2024
मुहूर्तों के नाम
ज्योतिष के अनुसार, कुल 30 मुहूर्त होते हैं। उनके क्रम निम्नलिखित हैं - रुद्र, आहि, मित्र, पितृ, वसु, वाराह, विश्वेदेवा, विधि, सतमुखी, पुरुहूत, वाहिनी, नक्तनकरा, वरुण, अर्यमा, भग, गिरीश, अजपाद, अहिर, बुध्न्य, पुष्य, अश्विनी, यम, अग्नि, विधातॄ, कण्ड, अदिति, जीव/अमृत, विष्णु, युमिगद्युति, ब्रह्म, और समुद्रम। ध्यान रहे कि इसमें शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के मुहूर्तों के नाम शामिल हैं।
मुहूर्त व ज्योतिष शास्त्र
ज्योतिषी सदैव विश्वास करते हैं कि हर अच्छे और शुभ कार्य को शुरू करने का एक निश्चित समय होता है। यहाँ तक कि ग्रहों और नक्षत्रों के प्रभाव में सकारात्मक ऊर्जा का उचित आदान-प्रदान होता है। खगोलीय घटनाओं का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव हो सकता है। इसलिए, शुभ मुहूर्त के दौरान किए गए कोई भी कार्य व्यक्ति के जीवन में खुशहाली लाता है। ग्रहों की चाल ही हमें अच्छे और बुरे समय का अनुभव कराती है। शुभ मुहूर्त के दौरान किया गया कोई भी काम कार्य की सफलता की संभावना को बढ़ा देता है, हालांकि, जातक का भाग्य भी प्रभावित होता है। इसलिए, कार्य शुरू करने से पहले जन्म कुंडली का प्रभाव ध्यान में रखना चाहिए। शुभ मुहूर्त की गणना करते समय ज्योतिषियों को कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है।
वैदिक ज्योतिषी सामान्यत: हिंदू कैलेंडर और वैदिक ज्योतिष पंचांग के आधार पर मुहूर्त का अनुसंधान करते हैं। वे सदैव ग्रहों की गति और स्थिति, विशेष दिन के सूर्योदय और सूर्यास्त का महत्व देते हैं, क्योंकि मान्यता है कि मुहूर्त के निर्धारण के लिए तिथि, वार, नक्षत्र, योग, और करण का विश्लेषण किया जाता है, और उनके आधार पर शुभ समय का निर्धारण किया जाता है। अक्सर, लोग विभिन्न पर्व और अनुष्ठानों के लिए शुभ मुहूर्त का अनुसंधान करते हैं। शुभ मुहूर्त की गणना प्राचीन काल से ही प्रचलित है। पूर्व में राजा-महाराजा, ब्राह्मण और ज्योतिषियों के साथ मिलकर नए क्षेत्र पर शासन की शुरुआत या संधियों पर हस्ताक्षर करने से पहले शुभ समय का अनुसंधान करते थे। वे अपने विवाह मुहूर्त की गणना भी करते थे। भगवद गीता भी इस बात को प्रकट करती है कि समय कितना महत्वपूर्ण और शक्तिशाली होता है। पौराणिक कहानियाँ भी इस बात की पुष्टि करती हैं कि व्यक्ति को हमेशा उचित समय के अनुसार अच्छे कार्य और नई गतिविधियों की शुरुआत करनी चाहिए।
वर्तमान जीवन में मुहूर्त की उपयोगिता
अब शुभ मुहूर्त केवल विवाह और नए व्यवसाय की शुरुआत के लिए ही नहीं निकाला जाता है, बल्कि कई लोग ज्योतिषियों से नए घर की खरीदारी, कॉलेज की शुरुआत जैसे अन्य आवासों के लिए भी शुभ मुहूर्त पर सलाह लेते हैं। विभिन्न अवसरों के दौरान, शुभ मुहूर्त की गणना की जाती है, जैसे कि यात्रा, संपत्ति या वाहन की खरीदारी के लिए मुहूर्त और यहाँ तक कि मुंडन संस्कार के लिए भी शामिल है। भारत में विशेष रूप से, रीति-रिवाजों और परंपराओं के लिए, शुभ मुहूर्त की गणना के लिए ज्योतिषियों से सलाह ली जाती है। त्योहारों और आध्यात्मिक तिथियों में पूजा कब की जानी चाहिए, यह तय करने के लिए भी शुभ समय की गणना की जाती है।
आशा करता हूं आपके लिए यह जानकारी उपयोगी साबित हुई होगी! शुभ मुहूर्त और अभिजीत मुहूर्त का पूरा लाभ उठाएं, धन्यवाद !