दीपावली के दिन घर पहुंचने की जल्दी और ट्रेन की देरी ने यात्रीगण को क्रोधित कर दिया। आगे बढ़ती लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस पर पथराव हो गया, जिससे कई कोचों के शीशे टूट गए। यह घटना चंदौली के पीडीडीयूनगर (मुगलसराय) स्टेशन और मिर्जापुर के बीच हुई।
पथराव होते ही कोच के अंदर उत्साह फैल गया। ट्रेन मिर्जापुर पहुंचने पर शीशों की मरम्मत हुई और यात्रीगण के बयान को दर्ज कर के आरपीएफ टीम ने कार्रवाई का आयोजन किया। इलाहाबाद के ब्लाक हट बी के पास खड़ी ट्रेन के यात्रीगण पर पथराव का आरोप है। उनके द्वारा ट्रेन को रोकने का प्रयास किया गया, जिससे उन्हें आक्रोश हुआ। हालांकि, आधिकारिक तौर पर किसी ने इस पर बातचीत नहीं की है।
भागलपुर से चलने वाली भागलपुर लोकमान्य एक्सप्रेस पीडीडीयू जंक्शन से आगे की ओर मुड़ी थी। जैसे ही ट्रेन ने मिर्जापुर की सीमा को पार किया, कुछ लोगों ने ट्रेन पर पथर फेंकना शुरू कर दिया। इससे ट्रेन के अंदर हलचल मच गई। पथराव के कारण इंजन के पास के जनरल कोच, स्लीपर, और एसी कोच के शीशे टूट गए।
हालांकि, ट्रेन निरंतर अग्रसर होती रही। यात्रीगण ने मिर्जापुर आरपीएफ को इसकी सूचना पहुंचाई। इसके पश्चात्, रेलवे पुलिस ने मिर्जापुर में ट्रेन को रोका और बोगी में जाकर घटना का जाँच-परख किया। कुछ समय बाद ट्रेन को आगे के लिए मुक्त किया गया। कहा जाता है कि पंडित दीनदयाल रेलवे स्टेशन, मुगलसराय से भागलपुर लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस की यात्रा के दौरान, थोड़ी दूर चलने के बाद दूसरे ट्रैक पर खड़ी ट्रेन के यात्रीगण ने पथराव किया।
मिर्जापुर आरपीएफ के अनुसार, डाउन ट्रैक पर एक ट्रेन स्थित थी। उसी समय, भागलपुर-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस ट्रेन आगे बढ़ रही थी। आपत्ति यह है कि क्योंकि आउटर में ट्रेन थी, जिसके कारण यात्रीगण ने ट्रेन पर पथराव किया हो सकता है। अपनी ट्रेन को रोकने और दीपावली में घर जाने की जल्दी के कारण, उनका क्रोध उबारा।
रेलवे के अधिकारियों ने बताया है कि इस घटना की जांच की जा रही है। जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। यूपी में ट्रेन पर पथराव की यह कोई पहली घटना नहीं है। इसी साल जुलाई में अयोध्या में वंदेभारत ट्रेन पर असामाजिक तत्वों ने पथराव किया था। इस पथराव की घटना ने सोहावल के पास घटित हुई थी।