Type Here to Get Search Results !

Trending News

बरसात के बाद फिर से लौटेगी गर्मी, यह जानें कब से हो रही है सर्दियों की शुरुआत

उत्तर प्रदेश में हल्की वर्षा के बाद तापमान में कमी दर्ज की गई है। हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि पारा पुनः 30 डिग्री सेल्सियस के पार जाएगा। वर्तमान में, 28 अक्टूबर से तापमान में कमी दर्ज की गई है, जिसके बाद दिन के समय में ठंड की अनुभूति होगी। एक बात यह भी जरूरी है कि पश्चिमी डिस्टरबेंस का असर यूपी में मंगलवार को दिखा।

up-weather-updates-temperature-drops-after-drizzling-rain

प्रातः के साथ ही रिमझिम बारिश के साथ मौसम खुशमिजाज बना रहा था। पिछले एक हफ्ते से दिन में तेज धूप के चलते परेशान लोगों को बारिश के बाद कुछ आराम मिला। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि हवा में अधिक नमी होने के कारण सोमवार रात से रुक-रुककर बारिश हुई थी। बारिश के बाद रात को हल्का सर्दी का अहसास हुआ और अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम रहा। अधिकतम तापमान 27.7 डिग्री सेल्सियस था, जबकि न्यूनतम तापमान 19.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुँचा। मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक एम दानिश का कहना है कि बुधवार से मौसम साफ रहेगा।

पश्चिमी विक्षोभ के कारण, सोमवार रात को गाजियाबाद में भरपूर वर्षा हुई। इससे तापमान में गिरावट के कारण सर्दी की अनुभवने लगी। सुबह के सैर पर निकलने वाले अधिकांश लोगों ने ट्रैक सूट पहन लिया। तापमान में अधिकतम और न्यूनतम दोनों में 3 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। मंगलवार को अधिकतम तापमान 27 और न्यूनतम 17 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।

वहीं, बरसात से सड़कों पर उड़ती धूल भी बैठ गई और प्रदूषण में काफी कमी हुई। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार की सुबह में हल्की कुहासा रहने की संभावना है। जबकि, गुरुवार और शुक्रवार को कोहरा छाएगा। इसके बाद मौसम साफ होने की आशा है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार सर्दी जल्दी आने की संभावना है। वहीं, मौसम के परिवर्तन से सर्दी-जुकाम और बुखार के रोगियों की संख्या बढ़ रही है, और इसका सबसे अधिक प्रभाव छोटे बच्चों पर पड़ रहा है।

पिछले कुछ दिनों से इस जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स 150 से 200 के बीच था। हालांकि, सोमवार को हुई बारिश ने इसे द्रास्तिगत रूप से 63 तक कम कर दिया। वर्तमान में, एक या दो दिनों तक प्रदूषण स्तर सही रहने की संभावना है। इसके बाद, क्योंकि तापमान में कमी हो गई है, हालात बिगड़ सकते हैं। इस दौरान, धूल और धुएं के कणों से परेशानी बढ़ सकती है, और हवा की नमी से चिपककर यह स्मॉग की तरह हो सकता है।

समय आने पर दिल्ली एनसीआर में ठंड बढ़ सकती है, और इसलिए मौसम विज्ञानिकों के अनुसार, अगले कुछ दिनों में रजाई और कंबल तैयार रखने की आवश्यकता हो सकती है। इसका कारण है कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण मैदानी क्षेत्रों में बारिश हुई है और पहाड़ों पर बर्फबारी हुई है। इसलिए पहाड़ी राज्यों से आ रही हवाएं दिल्ली एनसीआर में तेजी से ठंड बढ़ा सकती हैं। मौसम विभाग के अनुसार, इस बार लोगों को जल्दी रजाई और कंबल निकालने की आवश्यकता हो सकती है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.