ताड़ीघाट मऊ रेल विस्तारीकरण परियोजना के दूसरे चरण के तहत 51 किमी लंबी सोनवल से घाट की ओर जाने वाली नई रेल लाइन को फ्लैश बट रेल वेल्डिंग मशीन से जोड़ने का कार्य युद्धस्तर शुरू हो चुका है, जिसकी लागत करीब 200 करोड़ रुपये है। ट्रैक को जोड़ने का कार्य लगभग 50 फीसदी पूरा हो चुका है और इसके अतिरिक्त, इंजीनियरों की निगरानी में स्लीपरों में नए ट्रैक को फिक्स करने का कार्य भी जारी है।
नई रेल लाइन जो घाट की ओर बढ़ती है, उसका सीआरएस और उद्घाटन पहले चरण की सोनवल से सिटी स्टेशन तक 9.600 किमी लंबी नई रेल लाइन के साथ, 25 दिसम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा संभावित है। इसलिए, इस कार्य को पूरा करने में हम दिन-रात मेहनत कर रहे हैं।
23 पीलरों में से 21 पर गार्डर पहुंचा है। इस नए रूट को विद्युतीकरण के लिए ओएचई पोल के करीब-करीब लग चुके हैं। वायडक्टो पर पाथवे का कार्य भी तेजी से प्रगति कर रहा है। इसके अलावा, इस रूट पर सिग्नल और टेलिकाम का भी कार्य किया गया है।
निर्माण पूरा होने के बाद, इसका लोड टेस्टिंग करने के बाद, स्पीड ट्रायल करने के बाद, और रेल संरक्षा आयुक्त की निगरानी में इस रूट पर ट्रेन चलने की मंजूरी मिलने पर ही इसका संचालन हो सकेगा। इस संबंध में, आरवीएनएल के परियोजना निदेशक जीवेश ठाकुर ने बताया है कि कार्य तेजी से प्रगाढ़ हो रहा है, और समय से पहले ही हर कदम में पूरा हो जाएगा।