गाजीपुर में, सैदपुर की एक छात्रा ने बीटीसी में प्रवेश प्राप्त करने के लिए धन की कमी के कारण, अपने परेशान पिता की चिंता को दूर करने के लिए गंगा पुल से नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना का परिवार को पता लगा बहुत समय बाद, जब एक गवाह के द्वारा बताया गया कि छात्रा की ओढ़नी और चप्पल गंगा पुल पर मिली थीं। इसके पश्चात पुलिस और नाविकों द्वारा छात्रा की खोज जारी है।
सैदपुर नगर के वार्ड संख्या 12 के निवासी गौरी शंकर सैनी, जो एक पेट्रोल पंप पर आयल सीलिंग का काम करते हैं, उनकी तीन पुत्रियाँ, राधिका, कोमल, और निशा, और दो पुत्र, राकेश तथा सूरज, में से सबसे बड़ी पुत्री राधिका (23) ने एमए की पढ़ाई पूरी की और बीटीसी में प्रवेश प्राप्त करने का इरादा किया। कुछ दिन पहले, उसने 5 हजार रुपये खर्च करके काउंसलिंग करवाई थी, जिसमें उसे क्षेत्र के मूलचंद बीटीसी कॉलेज में सीट मिली थी। एडमिशन के लिए राधिका को 31 हजार रुपये की जरूरत थी।
राधिका के एडमिशन के लिए, उसके पिता ने कुछ दिनों से रुपयों की व्यवस्था में जुट जाने का प्रयास किया था, जिससे राधिका भी चिंतित थी। उसे यह तय हो रहा था कि देरी से एलाट सीट के लिए संघर्ष करने का खतरा है, और वह अपनी प्रतीक्षा में किसी और बीटीसी कॉलेज की सीटों के लिए भी कहीं बाहर न रहे। इस चिंता के साथ-साथ, पैसों की व्यवस्था में जुटे पिता की भी चिंता राधिका को नजर आ रही थी। परिवार की स्थिति इतनी कठिन थी कि उसके पिताजी, जो लोगों की दुकानों पर फूलमाला पहुंचाने के काम में लगे थे, उनकी बेटी का भी बीटीसी में प्रवेश होना मुश्किल हो रहा था।
राधिका की चचेरी बहन ने बताया कि उन्होंने राधिका को समझाया था कि यदि इस साल प्रवेश नहीं हो पाता, तो हम लोग अगले साल प्रवेश ले लेंगे। राधिका के पिताजी गौरीशंकर सैनी ने बताया कि मैंने भी राधिका को समझाया था कि उसे परेशान नहीं होना चाहिए, मैंने व्यवस्था में जुट जाने का काम किया है। अगर सीट भर जाती है, तो उसे किसी दूसरे कॉलेज में प्रवेश मिलेगा। इन सभी बातों के कारण, राधिका टेंशन में थी और इसके कारण उसने ऐसा कदम उठा लिया।
सरकारी संस्थान में 20 हजार रुपये और प्राइवेट संस्थानों में 1 लाख रुपये की फीस है बीटीसी के लिए
सैदपुर नगर स्थित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में वार्षिक 10 हजार रुपये की फीस है। इस तरह, यहां लगभग 21 हजार छात्र-छात्राएं बीटीसी का कोर्स समाप्त करते हैं। इस संस्थान में कुल 200 बीटीसी की सीटें हैं, जिनमें सबसे ऊची मेरिट के आधार पर प्रवेश होता है। वहीं, क्षेत्र के निजी बीटीसी कॉलेजों में वार्षिक 42 हजार रुपये की फीस है। इस प्रकार, परीक्षा, प्रैक्टिकल आदि की फीस को मिलाकर लगभग 1 लाख रुपये में बीटीसी के दो वर्षीय कोर्स को पूरा किया जा सकता है।