गाजीपुर में सरकारी धन के दुरुपयोग और अनियमितता के मामले में ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित किया गया है। निलंबन के आदेश के बाद महकमे में हड़कंप मचा है। जिला विकास अधिकारी सुभास चन्द्र सरोज ने बताया कि कासिमाबाद विकासखंड में तैनात ग्राम विकास अधिकारी बृजेश पाल के खिलाफ तुरंत अनुशासनिक कार्रवाई के तहत उन्हें निलंबित किया गया है।
आरोप है कि कासिमाबाद विकास खंड के अंतर्गत, ग्राम पंचायत कागजीपुर में 21 अपात्र व्यक्तियों को प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत आवासों का आवंटन करके शासकीय धन का दुरुपयोग और अनियमितता किया गया है। शासनादेशों और उच्चाधिकारियों के आदेशों और निर्देशों की अवहेलना की गई है। निलंबन की अवधि के दौरान, बृजेश पाल को प्राविधानों के अनुसार जीवन निर्वाह भत्ते की धनराशि का आधा वेतन पर देय होगा।
निलंबन अवधि में बृजेश पाल, खण्ड विकास अधिकारी, जमानियां से जुड़े रहेंगे। साथ ही, मामले में खण्ड विकास अधिकारी, मरदह को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। मालूम है कि कुछ दिन पहले ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री आवास योजना में बड़े घोटाले का आरोप लगाया था। जांच करते हुए अधिकारियों से दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई थी। शिकायतों के क्रम में उच्चाधिकारियों द्वारा लिए गए कदम से महकमे में हड़कंप है।