गाजीपुर में मनरेगा के भुगतान न होने के कारण नाराज प्रधानों ने विकासखंड मनिहारी के प्रांगण में धरना दिया। अपनी मांगों के साथ प्रधान संगठन एकजुट होकर ब्लॉक परिसर में धरने पर बैठ गए। प्रदर्शन के दौरान उग्र ग्राम प्रधान ज्ञानेंद्र गुप्ता ने अपने ऊपर डीजल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया।
इस मौके पर प्रधान संगठन का कहना था कि हम लोगों को 1 साल से भुगतान नहीं हो रहा है। हमने ग्राम सभा में विकास कार्य करवा चुके हैं, जिसका भुगतान समय पर नहीं हो रहा है। उनका कहना है कि यह बहुत निन्दनीय है। बताया गया है कि ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी की तैनाती के बाद जब तक पूरे ग्राम प्रधानों को जानकारी नहीं होती है, तब तक उन्हें ट्रांसफर कर दिया जाता है और उनकी जगह नये अधिकारी आते हैं, जिनसे हम लोग बात करते हैं और उनके पास अपनी मांगें लेकर आते हैं, परंतु वह व्यवस्था नहीं होती है।
अंततः, गांव का विकास कैसे होगा? सरकार की मंशा के अनुसार कार्य किए जाने के बावजूद भुगतान नहीं होने के कारण, हमें प्रदर्शन करना पड़ रहा है, लेकिन यह स्थिति कब तक चलेगी? हम प्रशासनिक अधिकारी से बार-बार संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं, परंतु कोई जवाब नहीं मिल रहा है। ये अधिकारी अनियमित हैं, जिसके कारण हमें केवल शोषण का शिकार हो रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान उग्र ग्राम प्रधान ज्ञानेंद्र गुप्ता ने अपने ऊपर डीजल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया।
डीसी मनरेगा ने प्रदर्शन को समाप्त किया
प्रशासन ने काफी कठिनाईयों के बाद मामले को शांत कर दिया है। घंटों चलने वाले हंगामे के बीच ग्राम प्रधान ज्ञानेंद्र गुप्ता से डीसी मनरेगा ने वार्ता करके भुगतान करने की बात कही और धरना-प्रदर्शन समाप्त करवाया। एसडीएम जखनिया कमलेश कुमार सिंह ने बताया कि मनरेगा के भुगतान को लेकर ये लोग धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। लंबित भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। धरना-प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों ने अपने ऊपर डीजल डालकर अपनी आक्रोश जाहिर की है। इस मौके पर प्रधान संघ अध्यक्ष राकेश सिंह अंशु, रितेश कुमार, झब्बू सिंह, जेपी यादव, अखिलेश यादव, अमरजीत राम, सकलदीप गुप्ता, अरविंद यादव, अनिल कसौधन, प्रेमचंद यादव और ग्राम प्रधान मौजूद रहे।