त्योहारों का मौसम अभी शुरू नहीं हुआ है, दिवाली और छठ (Diwali and Chhath) में चार महीने बाकी हैं, लेकिन कई प्रमुख ट्रेनों में दिवाली के समय के कंफर्म टिकटों की उपलब्धता बंद हो गई है। रेलवे नियमों के अनुसार, यात्री 120 दिन पहले टिकट आरक्षित करा सकता है। इसलिए, लोगों ने अभी से बुकिंग करा ली है, ताकि कंफर्म टिकट प्राप्त किए जा सकें। इस वजह से, उत्तर प्रदेश और बिहार के मुख्य ट्रेनों के लिए दोनों ओर की टिकटें पूरी तरह से बुक हो चुकी हैं।
नवंबर के दूसरे सप्ताह में इस वर्ष 12 तारीख को दीपावली और 19 तारीख को छठ पूजा का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। इन दोनों त्योहारों पर बाहर रहने वाले लोग अपने-अपने घरों की ओर दौड़ लगाते हैं। दीपावली और छठ मनाने के लिए लोग ट्रेनों, हवाई जहाजों और बसों में सफर करते हैं। ट्रेनों में सबसे अधिक भीड़ होती है। इस एक सप्ताह के दौरान स्लीपर कोच को जनरल कोच में बदल दिया जाता है। जनरल कोच में पैर रखने की जगह नहीं होती है।
Indian Railways: भारतीय रेलवे आम लोगों के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। हर दिन करोड़ों यात्री ट्रेन के माध्यम से अपने गंतव्य स्थान पहुंचते हैं। त्योहारी समय में ट्रेन में यात्रा करने वालों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। रेलवे यात्रियों को चार महीने पहले टिकट बुक (Railway Passengers Book Tickets Four Months in Advance) करने की सुविधा प्रदान की जाती है। इसलिए दीपावली और छठ के लिए ट्रेन में बुकिंग जुलाई के दूसरे सप्ताह से ही शुरू हो गई है, लेकिन दुख की बात है कि अधिकांश लोगों को निराशा महसूस हो रही है। अब से ही नवंबर तक के टिकट समाप्त होने लगे हैं।
इस साल दीपावली 12 नवंबर, 2023 को होगी। साथ ही छठ पर्व 12 नवंबर से 17 नवंबर, 2023 तक मनाया जाएगा। दिवाली और छठ के मद्देनजर यूपी-बिहार की ट्रेनों में पहले से ही बुकिंग की रैश हो गई है। दिल्ली से बिहार जाने वाली कई ट्रेनों में बुकिंग शुरू होने के साथ-साथ कंफर्म टिकट की कमी भी हो गई है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, अगर रिजर्वेशन की यही स्थिति बरकरार रही तो एक महीने या उससे पहले ही नो रूम की स्थिति पैदा हो सकती है। लोग त्योहार मनाने के लिए आते ही हैं। 3 दिन से लेकर उन्हें एक सप्ताह या 10 दिन से अधिक तक ठहरना पड़ता है। देश की सुरक्षा में लगे कई जवान इस दौरान एक महीने की छुट्टी के दौरान भी आते हैं। इसलिए उनके लौटने के लिए भी विभिन्न ट्रेनों में बर्थ पैकिंग हो गई है और वेटिंग लिस्ट शुरू हो गई है।
इन ट्रेनों में कंफर्म टिकट अनुपलब्ध हैं: Confirmed Tickets are Unavailable in these Trains
दिवाली और छठ के समय लोग अपने गांव या मूल शहर की ओर भारी संख्या में यात्रा करते हैं। ऐसे में त्योहारी मौसम में ट्रेन टिकट के लिए मारामारी बढ़ जाती है। दिल्ली से यूपी, बिहार जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग टिकट (Waiting Ticket in Trains) मिल रहा है, जबकि अभी त्योहारों से 4 महीने पहले हैं। उदाहरण के लिए, आज 11 नवंबर की ट्रेनों की बुकिंग शुरू हुई और शीघ्र ही सभी ट्रेनें भर गईं। गरीब रथ में तो रिग्रेट आने लगा है, जबकि कुछ चुनी हुई ट्रेनें छोड़कर अन्य सभी टिकट वेटिंग में हैं।
इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज़म कॉर्पोरेशन (IRCTC) के अनुसार दिल्ली से बिहार के बीच चलने वाली ट्रेनों जैसे बिहार संपर्क क्रांति (12566), वैशाली एक्सप्रेस (12554), सहरसा गरीब रथ (12204), राजेंद्र नगर राजधानी (12310), स्वतंत्रता एक्सप्रेस (12562), अवध असम (15910), लिच्छवी एक्सप्रेस (14006) आदि में अभी से ही 10 और 17 नवंबर के बीच कंफर्म टिकट उपलब्ध नहीं हैं।
हर साल रेलवे विशेष ट्रेनों का संचालन करता है: Every Year Railway Operates Special Trains
दिवाली और छठ के मद्देनजर हर साल रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए कई विशेष ट्रेनें (Special Train) संचालित करता है, लेकिन ये ट्रेनें कई बार अपर्याप्त साबित होती हैं। लोग किसी भी हालात में त्योहारों के समय तक अपने घर पहुंचना चाहते हैं। बता दें कि छठ पर्व बिहार के प्रमुख त्योहारों में से एक है। हर साल देश के विभिन्न शहरों में निवास करने वाले प्रवासी इस समय अपने घर जाते हैं।
इसलिए दिवाली से लेकर छठ तक हर साल ट्रेन, बस, फ्लाइट आदि सभी जगहों पर यात्रियों की भारी भीड़ होती है। इस साल भी यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे कई विशेष ट्रेनें चलाएगा, जिसकी घोषणा आगामी महीनों में की जा सकती है, लेकिन लोग असुविधा से बचने के लिए पहले ही ट्रेन की बुकिंग करना पसंद करते हैं।
यूपी और बिहार के लिए सबसे लंबी वेटिंग वाली ट्रेनें: Trains with Longest Waiting List for UP and Bihar
रायपुर से गुजरने वाली ट्रेनों में सबसे ज्यादा वेटिंग उत्तर प्रदेश और बिहार (Uttar Pradesh and Bihar) जाने वाली ट्रेनों में होती है। वहां से लोग बड़ी संख्या में प्रदेश में जाते हैं। वहां जाने के लिए सीधी ट्रेनों की संख्या भी कम होती है। इसलिए ट्रेनें जल्दी भर जाती हैं। सारनाथ एक्सप्रेस के अलावा साउथ बिहार एक्सप्रेस, गोंदिया-बरौनी एक्सप्रेस में दिवाली के लिए टिकटों की मारामारी होती है। लोग पहले से ही रिजर्वेशन करवाकर अपनी सीट पक्की करना चाहते हैं, इसलिए बर्थ पैक हो जाती है।