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गाजीपुर जनपद का इतिहास क्या है? What is the history of Ghazipur District?

मेरे प्रिय दोस्तों आपका प्रेम पूर्वक नमस्कार हमारे इस नए लेख में, हम "गाजीपुर जनपद का इतिहास क्या है?" इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देंगे और साथ ही यहां पर घूमने की जगह के बारे में बताएंगे। इस पूर्ण जानकारी के लिए हमारे इस लेख को पूरा अंत तक पढ़िए। गाजीपुर जनपद का इतिहास क्या है? What is the history of Ghazipur District? गाजीपुर एक प्रमुख ऐतिहासिक जिला है जो भारत के राज्य उत्तर प्रदेश में स्थित है। इस जिले में मध्यकालीन भारत में तुगलक वंशजों की राजधानी रही है। गाजीपुर वाराणसी से लगभग 80 किलोमीटर और प्रयाग राष्ट्री 212 किलोमीटर दूर गंगा नदी के तट पर स्थित है।


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मध्यकालीन भारत में गाजीपुर सल्तनत उत्तरी भारत का एक स्वतंत्र राज्य था। वर्तमान में उत्तर प्रदेश राज्य में गाजीपुर सल्तनत का स्थान है, जहां तुगलक वंश के शासक गाजीपुर से शासन करते थे। गाजीपुर जिले का पुराना नाम गांधी पुरी था, जिसे कुछ लोग लहुरी काशी के नाम से भी जानते थे।


गाजीपुर जनपद का इतिहास क्या है? What is the History of Ghazipur District?

गाजीपुर के इतिहास में तुगलक वंश के शासकों द्वारा इसका जबरदस्त कब्जा हुआ। उसका पहला नाम गांधी पुरी था, लेकिन बाद में इसे गाजीपुर में स्थानांतरित कर दिया गया। गाजीपुर जिले में कई युवा भारतीय सेना से जुड़े हैं, इसलिए यहां को वीरों की धरती कहा जाता है। यहीं निवास करने वाले मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित वीर अब्दुल हमीद थे।


एशिया का सबसे बड़ा गांव गहमर गाजीपुर जिले का एक हिस्सा है, जहां आज भी लगभग सभी घरों से कम से कम एक व्यक्ति भारतीय सेना में तैनात है। हिन्दी, अवधी और भोजपुरी गाजीपुर जिले की मुख्य भाषाएं हैं। गाजीपुर जिला कई पड़ोसी जिलों से घिरा हुआ है।


गाजीपुर के उत्तर में मऊ जिला, पूर्व में बिहार राज्य का बक्सर जिला, दक्षिण में चंदौली जिला, और पश्चिम में जौनपुर जिला स्थित है। गाजीपुर जिले का क्षेत्रफल लगभग 3377 वर्ग किलोमीटर है और इसकी कुल जनसंख्या 36 लाख से भी अधिक 2011 की जनगणना के अनुसार थी।


गाजीपुर जिले में कुल सात तहसीलें हैं, जिनमें सदर, जमानियां, जखनियां, मुहम्मदाबाद, सैदपुर, कासिमाबाद और सेवराई शामिल हैं। आपको यह वीडियो जरूर देखनी चाहिए क्योंकि इसके आगे गाजीपुर जिले से जुड़ी कुछ ऐसी बातें हैं, जिन्हें शायद आप नहीं जानते होंगे और जानने के बाद आपकी रौंगटे खड़े हो जाएंगे।


गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन, गाजीपुर के मुख्य शहरी क्षेत्र में स्थित है और इसे लंका और माल गोदाम रोड के नाम से भी जाना जाता है। यह रेलवे स्टेशन गाजीपुर शहर का प्रमुख रेलवे स्टेशन है और यह उत्तर प्रदेश के साथ-साथ ही भारत के बड़े और व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक है।


यहाँ पर कुल पांच प्लेटफॉर्म हैं और छह रेलवे ट्रैक मौजूद हैं। गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन अपने मुख्य रेलवे नेटवर्क के माध्यम से भारत के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है, जिनमें दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, लखनऊ, चेन्नई, सूरत, भोपाल, आगरा, पटियाला और जबलपुर शामिल हैं। गाजीपुर शहर पूरे भारत में अपने आकर्षक पर्यटन स्थलों और अनोखे कारनामों के लिए प्रसिद्ध है।


ये भी पढ़ें: Ghazipur District - गाजीपुर जिले में कितने गांव, ब्लॉक, थाने और तहसील है


हर साल लाखों सैलानी गाजीपुर शहर की सुंदरता को देखने के लिए आते हैं। तो आइए जानते हैं कि वो कौन से प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं, जिनके बिना गाजीपुर शहर का भ्रमण अधूरा है। नंबर एक है रामलीला मैदान, जिसे लंका मैदान भी कहा जाता है। यह शहर के बीच में स्थित एक मैदान है, जहां रामलीला का आयोजन होता है।


यह मैदान चारों ओर से दीवारों से घिरा हुआ है और दो प्रमुख द्वारों के साथ सुव्यवस्थित है। जनसभा और प्रदर्शनी आदि भी इसी मैदान में आयोजित होती हैं। इसके किनारे एक सुंदर तालाब है। लोग दूर-दूर से यहां आकर रामलीला देखने आते हैं। दूसरी संख्या है गंगा घाट, जो पवित्र मानी जाने वाली गंगा नदी गाजीपुर से होकर बहती है।


यह नदी गाजीपुर के सिधौली क्षेत्र से गोमती नदी के संगम स्थल पर प्रवेश करती है और जिले में बहती है। गाजीपुर जिले में वाराणसी के घाटों की तरह कई घाट हैं, जैसे प्रमुख ददरीघाट, कलेक्टर घाट, जीत नाथ घाट, रामेश्वर घाट, कंकड़ी, जिया घाट, महादेव घाट और मुख्य रूप से सिकंदरपुर घाट, जो करंडा परगना में प्रसिद्ध घाटों में शामिल है।


इसे लहुरी काशी के नाम से भी पहचाना जाता है। यहाँ पर हर साल लाखों सैलानी डुबकी लगाने आते हैं। नंबर तीन नेहरू स्टेडियम गाजीपुर शहर का एकमात्र स्टेडियम है, जिसका नाम भारत के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के नाम पर रखा गया है। यह स्टेडियम आमतौर पर विभिन्न जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं के लिए प्रयोग होता है।


यहाँ हर दिन बहुत सारे युवा दौड़ लगाने के लिए आते हैं और इसी कारण से गाजीपुर शहर के अधिकांश युवा भारतीय सेना में नियुक्त होते हैं। गाजीपुर की धरती ने कुछ ऐसे वीर सपूतों को जन्म दिया है जिन्होंने गाजीपुर का नाम केवल उत्तर प्रदेश में ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में गाजीपुर का मान बढ़ाया है।


जिनमें परमवीर चक्र से सम्मानित वीर अब्दुल हमीद, स्वतंत्रता सेनानी युवक कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुख्तार अहमद अंसारी, पद्म श्री से सम्मानित भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, भोजपुरी सिनेमा के जगत और बॉलीवुड के अभिनेता नजीर हुसैन, भोजपुरी के सुपरस्टार दिनेश लाल यादव सहित बहुत से ऐसे महान व्यक्ति हुए जिनकी वजह से गाजीपुर का सर पूरे भारत में ऊंचा है। गाजीपुर जनपद का इतिहास क्या है? What is the history of Ghazipur District?


निष्कर्ष - Conclusion

अगर आपको गाज़ीपुर जनपद का इतिहास क्या है? What is the history of Ghazipur District? यह जानकारी अच्छी लगी। तो आप इस तरह की और भी रोचक जानकारी के लिए "दिलदारनगर डॉट कॉम" के साथ जुड़े रहें और दैनिक अपडेट के लिए आप इस वेबसाइट को फ़ॉलो करें। इस प्रकार, नई पोस्ट पढ़ने के लिए "दिलदारनगर" के सोशल मीडिया पेज जैसे कि फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम को फ़ॉलो करें। धन्यवाद!


FAQs of Ghazipur

गाजीपुर में क्या मशहूर है?

गाजीपुर में प्रसिद्ध स्थान:

  • रामलीला मैदान
  • गंगा घाट
  • नेहरू स्टेडियम
  • चकेरी धाम
  • महाहर धाम
  • कामाख्या धाम मंदिर
  • गाजीपुर आध्यात्मिक आश्रम

गाज़ीपुर का पुराना नाम क्या है?

गाजीपुर का पुराना नाम 'छोटी काशी' (लहुरी काशी) जाना जाता है।


गाजीपुर जिले में कुल कितने गांव हैं?

गाजीपुर जिले में कुल 3385 गांव हैं।

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