गाजीपुर में पुलिस अधीक्षक ने वाहनों से अवैध वसूली के मामले में रेवतीपुर थाने के दो सिपाहियों को निलम्बित कर उनके खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी है। एसपी के इस सख्त कार्रवाई के बाद से ही महकमें में हड़कंम्प मचा हुआ है। लोगों में अब इस बात को लेकर चर्चाएं है कि निश्चित ही अभी कई लोगों पर विभागीय कार्रवाई की गाज गिर सकती है।
शासन और उच्चाधिकारियों के तमाम प्रयासों के बाद भी बिहार को जोड़ने वाले ताड़ीघाट-बारा हाईवे पर स्थित विभिन्न थाने जो मलाईदार के रूप में मशहूर है। इन थानों पर खुद की तैनाती के लिए पुलिस कर्मी जुगाड लगा अपनी तैनाती कराते हैं।
विभागीय कार्रवाई को बैठाई जांच
मालूम हो कि कुछ दिनों पहले ताड़ीघाट-बारा मार्ग पर चलने वाले वाहनों से रात को वसूली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था, जिसके बाद महकमें में हड़कंप मच गया। कई लोगों ने इस वीडियो को प्रदेश के सीएम सहित पुलिस विभाग के बड़े अधिकारियों को टैग कर दिया। इसके बाद मामले की गंम्भीरता से लेते हुए एसपी ने रेवतीपुर थाने पर तैनात आरक्षी प्रसुन ओझा एवं आरक्षी मधुरेन्द्र को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
इन दोनों आरक्षियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जांच ग्रामीण पुलिस अधीक्षक को सुपुर्द कर दिया। ग्रामीण पुलिस अधीक्षक बलवंत चौधरी ने बताया कि मामले में दोनों आरक्षियों को निलंबित कर उनके खिलाफ जांच बैठा दी गई है। उन्होंने कहा कि मार्ग पर किसी तरह की वसूली बर्दाश्त नहीं की जायेगी।