इस वर्ष मौसम में काफी उतार -चढ़ाव देखने को मिल रहा है। जेठ के महीने में अभी पिछले हफ्ते मौसम का मिजाज जहां 43 डिग्री पर लोगों को झुलसा रहा था वहीं बृहस्पतिवार को एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल गया। सुबह से ही तेज हवाओं के साथ कहीं रिमझिम तो एक दो इलाके में बारिश के साथ ओले भी पड़े। हालांकि कुछ देर बाद ही धूप निकल आई । लेकिन पूरे दिन आसमान में बादल घुमड़ते रहे जिससे तापमान कम रहा और लोगों को राहत मिली। हालांकि बेमौसम बारिश से सब्जी और आम की फसल प्रभावित हुई ।
बीते ढाई माह से लगातार मौसम के मिजाज में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। गर्मी के दिनों में अब तक कई बार बारिश हो चुकी है। करीब डेढ़ माह पहले भी कहीं बारिश और ओले से काफी नुकसान हुआ था। अब एक बार फिर दो दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। कभी तेज धूप हो रही है तो कभी आसमान में बादल छा जा रहे हैं । धूप के बीच चल रही पुरवा के कारण उमस गर्मी लोगों को परेशान कर रही है।
इस बीच बृहस्पतिवार को दोपहर में आंधी का असर रहा और आसमान में बादल घुमड़ने लगे । लेकिन कुछ देर में मौसम सामान्य हो गया। हालांकि कई इलाकों में हल्की बारिश के साथ ओले भी पड़े जिससे सब्जी की खेती को नुकसान पहंचा। कई क्षेत्रों में बड़ेे पैमाने पर सब्जी की खेती होती है। खासकर गंगा के किनारे वाले इलाकों में लगातार मौसम के बदलने व बेमौसम बारिश से सब्जी की खेती प्रभावित होने लगी है। वही, आए दिन तेज हवा व बारिश के चलते आम की फसलें भी प्रभावित हो रही है। हालांकि बारिश से खेतों में नमी का फायदा जायद की खेती करने वाले किसानों को होगा।
ओले से सब्जियों को नुकसान
कासिमाबाद मौसम का मिजाज बृहस्पतिवार को दोपहर में अचानक बदल गया। क्षेत्र में करीब 10 मिनट तक हल्की बारिश के साथ ओले भी पड़े। ओले पड़ने से आसपास के इलाकों में सब्जी की खेती को काफी नुकसान हुआ है। खासकर परवल की खेती प्रभावित हुई है। इसके अलावा ओले से भिंडी, लौकी, करेली, नेनुआ, लतरा के साथ आम की फसल को नुकसान पहुंचा है। उधर, बारिश व ओले पड़ने से मौसम ठंडा हो गया और लोगों को गर्मी से राहत मिली।
अगले पांच दिनों तक मौसम में बना रहेगा बदलाव
कृषि विज्ञान केंद्र गाजीपुर के कृषि व मौसम वैज्ञानिक कपिलदेव शर्मा ने बताया कि भारत मौसम विज्ञान विभाग मिली जानकारी के अनुसार अगले पांच दिनों तक मौसम में बदलाव बना रहेगा। इस दौरान हल्के बादल छाए रहने के साथ ही हल्की बारिश होने की संभावना है। अ
धिकतम तापमान 38 से 42 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 22 से 26 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। इन दिनों में पुरवा हवा औसत 14 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा से चलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि आगामी समय में मौसम परिवर्तनशील है लिहाजा किसान अभी सिंचाई व छिड़काव करने से बचें और मौसम साफ होने पर ही करें। धान की नर्सरी के लिए खेत की तैयारी करें और स्वस्थ पौध के लिए नर्सरी में सड़ी हुई गोबर की खाद का प्रयोग करें।