केंद्र सरकार से अग्निपथ योजना वापस लेने की मांग - Ghazipur News

अग्निपथ योजना के विरोध में शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सरजू पांडेय पार्क में धरना दिया। नारेबाजी करते हुए युवाओं पर दर्ज मुकदमे वापस लेने व बिना शर्त रिहा करने की आवाज उठाई गई। बाद में राष्ट्रपति को संबोधित मांग पत्र नायब तहसीलदार सदर को सौंपा गया।

सरजूपांडे पार्क में पूर्व विधायक राजेंद्र यादव ने कहा कि सेना में जवानों की पक्की नौकरी में सीधी भर्ती बंद कर दी गई है। थल सेना और वायु सेना में जो पक्की भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी, उसे भी रद कर दिया गया है। अब सेना में भर्ती सिर्फ चार साल के कान्ट्रैक्ट की नौकरी के जरिए होगी। अग्निवीर नामक इन अस्थाई कर्मचारियों को न तो कोई रैंक दिया जाएगा न ही चार साल के बाद कोई ग्रेच्युटी या पेंशन। सेवा समाप्त होने के बाद इनमें से एक चौथाई या उससे भी कम को ही सेना में पक्की नौकरी दी जाएगी। रेजिमेंट की सामाजिक बनावट को रातों-रात बदलने से सेना के मनोबल पर बुरा असर पड़ेगा। मोदी सरकार की ओर से राष्ट्रीय सुरक्षा के बजट को घटा दिया गया है।

रामाश्रय यादव की माने तो इस योजना पर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं लेकिन सरकार की तरफ से इनका कोई जवाब नहीं आया है। सेना में भर्ती की संख्या को घटाना, सेवाकाल को घटाकर चार साल करना और पेंशन समाप्त करना युवाओं और परिवारों के साथ अन्याय है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अग्निपथ विरोधी प्रदर्शनों में शामिल युवाओं के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं। साथ ही आंदोलनकारियों को नौकरी से बाधित करने जैसी शर्तें हटाई जाएं।

किसान सभा के प्रदेश महामंत्री पूर्व विधायक राजेंद्र यादव, भूमि बचाओ मोर्चा के रामाश्रय यादव, मनोज कुशवाहा, मोती प्रधान, नंदकिशोर बिंद, मंजू गोंड, सरोज यादव, रामदरश यादव, घूरा यादव, दीपक सिंह, भाकपा (माले) जिला सचिव रामप्यारे राम, लल्लन यादव, प्रमोद कुशवाहा आदि थे। संचालन मुहम्मद नसीरुद्दीन ने किया।

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