साल 2023 में 17 नवंबर 2023 से 20 नवंबर 2023 तक छठ का त्योहार आयोजित किया जाएगा। छठ पर्व चार दिनों तक मनाया जाता है। इसकी शुरुआत नहाय-खाय से होती है, फिर दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर और चौथे दिन उगते सूर्य को जल चढ़ाया जाता है। छठ पूजा 19 नवंबर 2023 को होगी।
छठ पूजा का व्रत कठिन व्रतों में एक माना जाता है। छठ पूजा के व्रत में नियम का विशेष महत्व होता है।
मान्यता है कि व्रत नियमों का पालन करने वाले भक्तों की छठी मइया हर मनोकामना पूरी करती हैं। जानिए छठ पूजा में किन कामों को करने से शुभ फल मिलने की है मान्यता-
- छठ पूजा में सफाई का विशेष महत्व होता है। कहा जाता है कि गंदगी में पूजा करने वालों को व्रत का फल नहीं मिलता है। इसलिए छठ पूजा में सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
- मान्यता है कि छठ पूजा में गरीब या जरूरतमंद लोगों की मदद करने से छठी मइया प्रसन्न होती हैं। अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति की मदद करते हैं जो छठ का सामान खरीदने में असर्मथ हो। इससे आपको शुभ फलों की प्राप्ति होने की मान्यता है।
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, व्रती महिलाओं की सेवा करने से छठी मइया प्रसन्न होती हैं और भक्तों की मनोकामना पूरी करती हैं।
- व्रती महिलाओं को अनुष्ठान के दौरान जमीन पर सोना चाहिए। इन दिनों व्रती महिला को पलंग या तख्त पर सोने की मनाही होती है।
- छठ का व्रत करने वाली महिलाओं को छठपर्व के हर दिन नए वस्त्र धारण करने चाहिए।
- छठ पूजा में बांस के सूप का प्रयोग करना चाहिए। इस बांस में छठी मइया को अर्पित की जाने वाली सभी सामग्री रखनी चाहिए। सूप में एक दीपक जलाना भी शुभ माना जाता है।
- मान्यता है कि छठ पूजा का प्रसाद बांटने से छठी मइया प्रसन्न होती हैं। इसलिए छठ पूजा का प्रसाद अधिक मात्रा में बनाना चाहिए।
- छठ पूजा में सूर्य देव को अर्घ्य देने की परंपरा है। भगवान सूर्य को तांबे के बर्तन से अर्घ्य देना शुभ माना जाता है।