पूरे दिन धूप रहने के बाद रविवार की सायं अचानक तेज हवा ने नगरवासियों को डरा दिया। रविवार की शाम आसमान पर काले बादल छा गए और तेज हवा बहने लगी। चक्रवाती बरसात से आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। मैनपुर निवासी रामसकल बिद का कच्चा मकान गिर गया जिसमें रखा गया गेहूं, चावल, भूसा, कपड़ा आदि दबकर नष्ट हो गया। दिन में मौसम खुला हुआ था लेकिन शाम होते ही अचानक आसमान पर काले बादल छा गए और तेज हवा चलने लगीं।
दिलदारनगर: निरहु का पूरा गांव स्थित शिव मंदिर में जलनिकासी की व्यवस्था नहीं होने से मंदिर परिसर में गंदे पानी का जलजमाव हो जा रहा है। समस्या के निदान की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मंदिर परिसर में रविवार की दोपहर बैठक की। जनप्रतिनिधी सहित ग्राम प्रधान से जलनिकासी की व्यवस्था की मांग उठाई। ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा की गांव की अति प्राचीन शिव मंदिर में जलनिकासी की व्यवस्था नहीं होने से बारिश होने पर जलजमाव हो जाता है जिससे श्रद्धालुओं को पूजन अर्चन को जाने के लिए परेशानी हो रही है। ग्रामीण धीरेंद्र यादव, बब्बन राय, महेंद्र सिंह यादव, अंजनी राय व धर्मेंद्र सिंह आदि ने कहा कि जलनिकासी के लिए जब तक नाला व साईफन का निर्माण नहीं होगा तब तक इस समस्या का समाधान नहीं हो सकेगा।
भदौरा: सेवराई गांव के दक्षिण तरफ जौहरी माता मंदिर के समीप भृगुनाथ यादव व जितेंद्र यादव का शनिवार की देर रात कच्चा मकान गिर गया। छह वर्षीय एक बच्ची को मामूली चोटें आईं हैं, जिसका उपचार निजी अस्पताल में कराया गया। गनीमत रही कि और कोई हताहत नहीं हुआ। मकान गिरने से पूरा परिवार खुले आसमान के नीचे आ गया है।
सादात : क्षेत्र में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश के बाद स्थानीय रेलवे स्टेशन के दक्षिणी रेलवे कालोनी में जलजमाव व गंदगी होने से कालोनी में रहने वाले कर्मचारियों के विभिन्न प्रकार के परेशानी से घिर गए हैं। इन आवासों में आधा दर्जन कर्मचारी अपने परिवार के साथ रहते हैं। यहां रहने वाले चतुर्भुज, उदयभान, रवि उरांव, लल्ला यादव, लालचंद, अमरनाथ आदि ने बताया कि एक तो आवास पुराना है और जर्जर हो चुका है। इस बरसात में हम लोगों को कितनी कठिनाई होती है, नहीं बता सकते हैं। कालोनी मे रास्ता नहीं होने, बाजार से नाबदानों का गंदा पानी आने आने से हमलोग परेशान हैं। मौधा : क्षेत्र में कई जगह पर बारिश के कारण भारी नुकसान हुआ है।
जखनियां: भुड़कुड़ा कोतवाली के अंतर्गत पखनपुर गांव में दो दिनों से लगातार बारिश होने पर शनिवार को उदयभान यादव का कच्चा मकान व कच्ची दीवार भर भराकर गिरने से खाद्यान्न, बिस्तर, कपड़ा इत्यादि गृहस्थी का सामान मलबे में दबकर बेकार हो गया। मलबे से गांव में आने जाने वालों का रास्ता भी अवरुद्ध होने से लोगों को आवागमन करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गांव के लोगों ने देर रात मलबा हटाकर रास्ता साफ किया। संयोगवश कच्चे घर की स्थिति भांपकर घर के परिजन घर से बाहर थे, अन्यथा कोई बड़ा हादसा हो सकता था। इसी क्रम में शिवरामपुर गांव के शंकर यादव का भी मकान बारिश में गिर गया है। वहां भी कोई हताहत नहीं हुआ है।
रेवतीपुर : सुहवल थाना क्षेत्र के भगीरथपुर गांव में रविवार की भोर में तीन लोगों का कच्चा मकान धराशाई हो गया । इस हादसे में तीनों लोगों का घर गृहस्थी का समान क्षतिग्रस्त हो गया। संयोग रहा कि हादसे में कोई चोटिल नहीं हुआ। मंदिर परिसर में जलजमाव होने से श्रद्धालु परेशान।
पोल्ट्री फार्म में घुसा पानी, दो हजार मुर्गे डूब कर मरे
करंडा गांव निवासी धीरेंद्र सिंह के पोल्ट्री फार्म में बरसात का पानी भर जाने के दो हजार मुर्गे डूबकर मर गए। उनका वहन 900 ग्राम से लगायत 700 ग्राम तक था। इससे उन्हें लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। धीरेंद्र सिंह ने फार्म में पानी भरने का कारण पोखरी व जल निकासी के लिए बने नाले पर अवैध अतिक्रमण को बताया।