गाजीपुर और मऊ के सीमावर्ती क्षेत्र में टोंस नदी तबाही की तस्वीर लेकर आगे बढ़ रही है। कासिमाबाद तहसील के दर्जनों गांव में पानी घटने के बाद फिर बढ़ने लगा है। बरसात का असर नदी पर दिख रहा है और रविवार को फिर गांव में पानी घुस गया। तटवर्ती इलाक में सैकड़ों बीघा खेत भी जलमग्न होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। ग्रामीणों की सूचना के बावजूद प्रशासन औपचरिकताएं निभा रहा है, वहीं ग्रामीण पलायन कर सुरक्षित ठिकाना ढूढ रहे हैं।
ग्रामीणों को विस्थापित करने के लिए के प्रशासन के पास पर्याप्त इंतजाम भी नहीं है और कवायद भी नहीं। हालात ऐसे ही रहे तो परेशानियों के बीच ग्रामीणों का जीवन मुश्किल हो जाएगा। दूसरी ओर बरसात के बाद सदर ब्लाक के रौजा स्थित मिश्रवलिया, बरहनिया तथा चंद्रशेखर नगर कालोनी में चारों तरफ पानी भरा है। इससे कई घर पानी में डूब गये है । इससे गरीबों का घर काफी पुराने होने के वजह से गिरने की आशंका बनी हुई है। जानकारी होने पर सपा जिलाध्यक्ष रामधारी यादव वकार्यकर्ताओ के साथ वहां पहुचकर वहां की स्थिति को देखा।
रामधारी यादव ने इस समस्या का समाधान के लिएअधिकारियों से बातचीत कर पानी निकासी की व्यवस्था करने को कहा। बिरनो थाना के बिहरा गांव में शनिवार को सुग्रीव राजभर का कच्चा मकान बरसात से गिर गया । मकान के मलबे से सुग्रीव की पत्नी रमावती देवी घर गृहस्थी का सामान निकाल रही थी, इस दौरान एक कच्ची दीवाल उसके ऊपर गिर गयी । दीवाल गिरने से उसमे दबकर रमावती 50 वर्ष गम्भीर रूप से घायल हो गयी । रमावती देवी को घायलावस्था में वाराणसी स्थित चिकित्सालय में उपचार हेतु भर्ती कराया गया है।