त्रिस्तरीय पंचायत उपचुनाव की तारीख का एलान होने के बाद चुनाव की सरगर्मी एक बार फिर से बढ़ गई है। बीते 29 अप्रैल को जिले के सोलह विकासखंडों की 1238 ग्राम पंचायत, 1679 क्षेत्र पंचायत तथा 15680 ग्राम पंचायत सदस्यों के लिए चुनाव हुआ था।
इस दौरान क्षेत्र पंचायत सदस्य के पांच तथा ग्राम पंचायत सदस्य के 5672 पद पर किसी की ओर से नामांकन न किए जाने से यह पद रिक्त रह गए थे। इसके अलावा तीन निर्वाचित प्रधानों का कोरोना काल में निधन होने से यह पद रिक्त हो गया था। पंचायत उपचुनाव के लिए पिछले दिनों आयोग की ओर से अधिसूचना जारी की गई थी। इस उपचुनाव के लिए आगामी छह जून को नामांकन होगा जबकि 12 जून को मतदान एवं 14 जून को मतगणना की तिथि निर्धारित है। कुछ दिनों पहले जिले की 738 ग्राम पंचायतों का गठन हो चुका है।
जबकि शेष 500 ग्राम पंचायतों का गठन दो तिहाई सदस्यों की संख्या न होने से नव निर्वाचित प्रधान अभी तक शपथ नहीं ले सके हैं। जो नव निर्वाचित प्रधान शपथ नहीं ले सके हैं उनका इस बार सदस्यों के होने वाले उपचुनाव में इस बात पर जोर है कि उनकी पंचायतों में निर्धारित सदस्यों का चुनाव हो सके ताकि उनके पंचायत के गठन की प्रक्रिया हो सके। वह शपथ ग्रहण कर पंचायत में विकास की रफ्तार को आगे बढा सकें। इस बाबत जिला पंचायत राज अधिकारी रमेशचंद्र उपाध्याय ने बताया कि होने वाले उपचुनाव को लेकर तैयारी जोरों पर है। बताया कि दो तिहाई सदस्यों का चुनाव होने के बाद शेष पंचायतों के गठन का काम पूरा किया जा सकेगा।