सुहवल थाना क्षेत्र के पटकनियां गांव में सर्पदंश से एक मासूम छात्र की मौत हो गई। परिजनों के मुताबिक दस वर्षीय सूरज चौधरी पुत्र छट्ठू चौधरी मंगलवार की देर शाम अपने घर में खेल रहा था। इसी दौरान एक जहरीले सर्प ने उसे डंस लिया। इसके कारण वह अचेत होकर गिर पड़ा। यह देख परिजनों में अफरातफरी मच गई। आनन-फानन में उसे निजी चिकित्सक के यहां ले जाया गया। स्थित गंभीर देख चिकित्सक ने तत्काल जिला अस्पताल ले जाने को कहा। वहीं परिजन उसे झाडफूंक के लिए अमवा की सतीमाई ले जाना उचित समझा। अभी अमवा के सतीमाई स्थान ले ही जा रहे थे कि रास्ते में उसने दम तोड दिया।
इसकी सूचना पाकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया, जबकि मां ममता अपने जिगर के टुकड़े की मौत से बदहवाश हो गयी है। इधर परिजन बुधवार को इसकी सूचना पुलिस को दिये बगैर गांव के गंगा तट पर उसका अंतिम संस्कार कर दिये। परिजनों ने बताया कि सूरज कक्षा दो का छात्र था। गांव के परिषदीय विद्यालय में पढता था। वह काफी चंचल स्वभाव के साथ होनहार भी था। वह अपनी कक्षा में सबसे पढने में तेज था। उसी के चलते उसे मानिटर बनाया गया था। वह अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बडा था। उसका छोटा भाई शिवम चार वर्ष तथा सबसे छोटी बहन संध्या तीन वर्ष की है।
बडे भाई की मौत के बाद दो भाई-बहन भी बदहवाश उसे देख रहे थे। रो रही मां की गोंद में बैठे भाई-बहन अपने भईया को उठाने की बार-बार जिद कर रहे थे। वहीं मां बच्चों को दिलासा देती रही और कहती रही कि सूरज अब हमेशा के लिए सौ गया है। घर का माहौल पूरी तरह गमगीन होया। वहां सभी की आंखों से आंसू बहते रहे। मृत सूरज के पिता जो मजदूरी कर किसी तरह परिवार का जीविकोपार्जन करते हैं, वह भी अपने पुत्र को खोकर सदमे में हैं।