गाजीपुर: सदर विकास खंड के अगस्ता सलामतपुर में जेसीबी से पोखरा खोदाई का कार्य करने की सूचना पर मनरेगा डीसी दिलीप सोनकर गुरुवार को मौके पर जा धमके और काम बंद करा दिया। उन्होंने ग्राम प्रधान से पूछताछ करने के साथ ग्रामीणों से भी इसकी जानकारी ली। जेसीबी से खोदाई कराने से मनरेगा मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है। इससे उन्होंने इसकी शिकायत की थी।
कोरोना महामारी की सबसे अधिक मार श्रमिकों पर पड़ी है। ऐसे में उन्हें गांव में ही काम मुहैया कराने के लिए शासन ने मनरेगा से जोड़कर कुछ राहत देने का प्रयास किया है। जबकि ग्राम प्रधान कर्मचारियों से मिलकर श्रमिकों के दो जून की रोटी छीनने में लगे हुए हैं। अगस्ता सलामतपुर गांव निवासी रामअवतार चौहान ने मत्सय पालन उद्धेश्य से पोखरी खोदने की सहमति दी थी।
इसके बाद मनरेगा के तहत उसकी खोदाई होनी थी। इसके लिए मस्टरोल के साथ एक लाख 96 हजार रुपये भी पास कर दिए गए, जिससे वहां के जॉबकार्ड धारक श्रमिकों को गांव में ही काम मिल सके। लेकिन ग्राम प्रधान ने जेसीबी से खोदाई शुरू करा दी। यही नहीं, खोदाई के द्वारा निकलने वाली मिट्टी भी बेची जा रही थी। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जब डीएम से की तो उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश डीसी मनरेगा को दिया।
जांच के दौरान पोखरे की खोदाई जेसीबी द्वारा कराई पाई गई है। ग्राम प्रधान व सचिव के खिलाफ कार्रवाई के लिए रिपोर्ट तैयार कर जिला प्रशासन को सौंप दी जाएगी।
Tags
Ghazipur News