बुधवार से कोइलिया प्रखण्ड के तीन बालू घाटों समेत जिले के 39 घाटों से खनन विभाग द्वारा बालू उत्खन्न की मंजूरी मिलते ही कोईलवर पुल के समीप आरा-पटना नेशनल हाइवे, आरा-छपरा फोरलेन सड़क पर ट्रकों की लंबी लाइन लग गयी। लॉकडाउन शुरू होने के बाद से मंगलवार तक सभी सड़कें खाली खाली थी, लेकिन बालू उत्खन्न की मंजूरी के बाद से कोईलवर से गुजरने वाली सड़कों पर बालू लोड करने वाले ट्रक फिर से सड़क पर दिखने लगे। हालांकि, अभी सरकारी कार्य के लिए ही बालू उत्खन्न के लिए मंजूरी मिली है।
खनन विभाग के प्रधान कर्मी अरविंद कुमार ने बताया कि जिला सहायक खनन पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने सरकारी कार्य के उपयोग में लाये जाने कॉन्ट्रेक्टर को बालू उत्खन्न व प्रेषण की मंजूरी दे रहे हैं। जिसके लिए सम्बन्धित विभाग के कार्यपालक अभियंता को खनन पदाधिकारी को आवेदन देना होगा। जिसमें बालू की मात्रा सीएफटी में, ट्रक का निबंधन और गंतव्य स्थान लिखना होगा। कार्यपालक अभियंता द्वारा दिये गए आवेदन की जांच जिला स्तर पर की जायेगी। वैसे ही ट्रको का बालू चालान कटेगा। मालूम कि कोईलवर थाना क्षेत्र में धन्डीहा में एक और चांदी थाना क्षेत्र के खनगांव में दो बालू घाट से उत्खनन व प्रेषण की मंजूरी मिली है।
इधर शुरू हो गया अवैध बालू खनन
संदेश मेंबालू स्टॉक बिक्री के आदेश मिलते ही संदेश प्रखंड क्षेत्र के बालू धंधेबाजों के द्वारा नान सागर घाटों से अवैध बालू खनन व ओवरलोड का खेल शुरू हो गया है । जिसको लेकर जिला खनन विभाग के सहायक निदेशक प्रमोद कुमार व संदेश थाना के पुलिस अवर निरीक्षक बैजू पासवान पुलिस बल के साथ नारायणपुर गांव पहुंचे। जहां ट्रक पर ओवरलोड बालू लेकर ट्रक चालक चांदी के तरफ जा रहा था। जिसे पकड़कर ड्राइवर से परिवहन सम्बन्धी कागजात मांगी गई। संतोषपूर्ण कागजात नहीं दिखाने पर ट्रक के ड्राइवर रण विजय प्रताप सिंह व खलासी गौरव कुमार दोनों संदेश थाना के भटौली गांव निवासी को टजेल भेज दिया गया।