प्लस टू उच्च विद्यालय सहार के क्वारान्टीन सेंटर में मंगलवार की रात खाना कम हो जाने के बाद वहां रह रहे प्रवासी मजदूरों ने हंगामा किया और एक मजदूर केंद्र से निकलकर अपने घर जाने लगा जिसे ड्यूटी पर तैनात जवान काफी समझाने के बाद वापस लाने में सफल रहे। बाद में बाकी बचे मजदूरों को मंगलवार की रात 11:00 बजे खाना उपलब्ध कराने के बाद मामला शांत हुआ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को रात 9:30 बजे जब मजदूरों को खाना परोसा गया तो 11 लोगों का खाना कम पड़ गया। खाना खत्म होने से मंगलवार को ही लौटे भूखे मजदूर शोर करने लगे, जिसकी सूचना ड्यूटी पर तैनात कर्मियों ने बीडीओ मनीष कुमार को दी। दोबारा खाना बनने में देर होने से नाराज मजदूर हंगामा कर बाहर भागने की कोशिश करने लगे जिसमें एक मजदूर बाहर निकलने में सफल रहा। जिसे ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड के जवानों और शिक्षा सेवकों के द्वारा काफी मशक्कत के बाद लाया गया और दुबारा बना खाना खिलाया गया।
केंद्र के प्रभारी बनाए गए प्रखंड पंचायती राज अधिकारी वीरेंद्र चौधरी ने मोबाइल से संपर्क करने पर व्यवस्था से जुड़े मुद्दे से पल्ला झाड़ते हुए बीडीओ से बात करने को कहा। बताते चलें कि मंगलवार की शाम 4:00 बजे के लगभग 23 प्रवासी मजदूरों के आने के बाद केंद्र में रहने वालों की संख्या 44 हो गई थी। कुछ मजदूरों के द्वारा रात के खाना में रोटी की मांग की जा रही थी। व्यवस्था से जुड़े लोगों के द्वारा असमर्थता जताने के बाद पहले से ही साफ-सफाई को लेकर नाराज चल रहे मजदूरों में प्रशासन के प्रति असंतोष व्याप्त था।
इस बीच केंद्र पर व्याप्त अव्यवस्था को लेकर प्रवासी मजदूरों के द्वारा प्रखंड प्रमुख कृष्णा देवी से शिकायत की गई। प्रखंड प्रमुख कृष्णा देवी के द्वारा अपने पुत्र विमल मौआर के साथ केंद्र पर आकर मजदूरों से उनकी समस्याओं की जानकारी ली गई। मजदूरों के द्वारा सफाई और मच्छरों से बचाव की व्यवस्था नहीं होने की बात बताए जाने पर उनके द्वारा झाड़ू और मॉस्किटो लिक्विड की व्यवस्था की गई और मजदूरों से केंद्र की व्यवस्था से जुड़े लोगों के साथ सहयोग करने को कहा। साथ ही अपने साथ लाए डेटॉल साबुन और संतरा भी मजदूरों के बीच वितरित कराया।
रात को हंगामेके बाद बीडीओ मनीष कुमार और सीओ अशोक कुमार चौधरी ने प्रखंड प्रमुख कृष्णा देवी और सहार मुखिया गोरख कुमार, चिकित्सा प्रभारी हरिश्चंद्र चौधरी, सहार थानाध्यक्ष मनिंद्र कुमार के साथ बैठक कर केंद्र की व्यवस्था व मजदूरों को दिए जाने वाले भोजन और अन्य सुविधाओं पर चर्चा की और हरसंभव बेहतर व्यवस्था कराने का आश्वासन दिया। केंद्र पर 6 रसोईया, 6 सुरक्षाकर्मी, और 6 शिक्षा सेवक ड्यूटी पर तैनात किए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा भी लगातार मजदूरों के स्वास्थ्य की जानकारी ली जा रही है। एक प्रवासी मजदूर के चेचक से पीड़ित रहने के कारण उसके बेड को अन्य लोगों से अलग किया गया। इस बीच केंद्र की निगरानी के लिए प्रशासन के द्वारा सीसीटीवी लगाने की व्यवस्था की गई ताकि यहां की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। केंद्र पर रहने वाले प्रवासी मजदूरों के परिजनों ने केंद्र पर आकर मजदूरों का हालचाल जाना और घर से लाई गई सामग्री उन्हें दी।