रविवार की आधी रात को शॉर्ट सर्किट के कारण पक्के के एक घर में अचानक आग लग गई। जिसके धुंआ से दम घुंटने के कारण कमरे में सो रहे मां-बेटे की मौत हो गई। घटना दाउदनगर थाना क्षेत्र के शमशेरनगर गांव की है। मृतकाें में 42 वर्षीय राधा कुंवर व 14 वर्षीय उसका बेटा नीरज कुमार शामिल है। घटना के बाद दमकल से आग पर काबू पाया गया। दरवाजा ताेड़कर शव को बाहर निकाला गया। पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय बीडीओ-सीओ द्वारा पीड़ित परिवार को आपदा राहत के तहत हर संभव सहायता की बात कही है।
मृतका राधा कुंवर का बड़ा बेटा धीरज कुमार अपनी पत्नी के साथ उपर छत पर सो रहा था। उसकी पत्नी गर्भवती थी। रात में उसके पेट में दर्द होने लगी। जिसके बाद उसने अपनी सास को जगाने की बात कही। इसके बाद धीरज अपनी मां को जगाने के लिए छत से नीचे आया। नीचे आते ही घर में तेज धुंआ के गुब्बार उठते देखकर उसके पांव तले जमीन खिसक गई। दौड़कर वह मां की कमरे के पास पहुंचा और आवाज लगायी। लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं मिला। चंद मिनट में ही धीरज का दम भी फूलने लगा। इसके बाद उसने शोर मचाया। आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किए। जहां का नजारा देखते ही सभी सन्न रह गए। मां और बेटा मरे पड़े थे। लोगों ने शव को बाहर निकाला।
मां व भाई के शव देखते ही दहाड़ मारकर रोने लगा धीरज
घटना के बाद ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना स्थानीय थाना पुलिस व फायर ब्रिगेड को दी। सूचना मिलते ही फौरन फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। लेकिन आग पर काबू पाने से पहले ही ग्रामीणों ने शव को बाहर निकाल दिया था। मृतका का बड़ा बेटा धीरज अपनी विधवा मां और छोटे भाई का शव देखकर दहाड़ मारकर रोने लगा। उसने कहा हे ईश्वर तूने ये कौन दिन दिखाया। जिस मां ने पिता का साया सिर से उठने के बाद कभी एहसास नहीं होने दी। उसका सेवा भी करने का मौका नहीं मिला। ये टीस जिंदगी भर मुझे परेशान करेगी। उसकी यह बातें सुनकर मौजूद सभी ग्रामीणों की आंखें नम हो गई।
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