लहुरीकाशी में धान खरीद को लेकर किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। क्रय केंद्रों पर अधिकारियों ने खरीदारी पर रोक लगा दी है। हजारों कुंतल धान खुले में तौलाई का इंतजार कर रहा है। बेवसाइट बंद होने के बाद एक तरफ धान तौल के लिए क्रय केंद्र पर पहुंचे किसान अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ केंद्र प्रभारी अपनी समस्याओं का रोना रोने में जुटे हैं। किसानों का आरोप है कि वह लोग अपने धान की तौल के लिए क्रय केंद्रों का चक्कर लगा लगा कर थक चुके हैं। हर बार टोकन देने की बजाय उन्हें बाद में आने के लिए कहा जाता है। किसानों का कहना है कि प्रदेश की सरकार कालाबाजारी रोक पाने में पूरी तरह विफल साबित हो रही है।
जिले में बनाए गए धान खरीद केंद्रों पर शासन ने 28 फरवरी तक खरीदारी का निर्देश दिया है। इसके बावजूद गाजीपुर के धान क्रय केंद्रों पर खरीदारी पर अधिकारियों ने ब्रेक सा लगा दिया है। बेवसाइट बंद होने की बात कहकर लौटाया जा रहा है जबकि धान खरीद लक्ष्य से बहुत दूर है। दिलदारनगर में विपणन के केंद्र पर अब तक 530 किसानों से 5300 टन धान खरीदा गया है। इसके अलावा जमानियां धान क्रय केंद्र से 4000 किसानों ने धान बेचा है। जमानियां में अब तक 4500 टन धान खरीदा गया है।
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