Home Loan: खुद का घर खरीदना अक्सर हर किसी का सपना होता है, लेकिन इस सपने को पूरा करना कोई आसान काम नहीं है, क्योंकि देशभर में प्रॉपर्टी की कीमतें रोज़ आसमान छू रही हैं। होम लोन पर ब्याज दरें विभिन्न बैंकों में अलग-अलग होती हैं। होम लोन लेते वक्त हमें कई पहलुओं पर विचार करना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई समस्या न आए, जैसे कि ब्याज दरें, छिपे हुए शुल्क, ईएमआई आदि। आज की इस खबर में हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि होम लोन कितने सालों के लिए लेना चाहिए।
जैसा कि हम जानते हैं, होम लोन एक बड़ा कर्ज होता है, जिसे सालों तक चुकाना पड़ता है। जब आप होम लोन के जरिए अपना घर खरीदने का निर्णय लेते हैं, तो कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान देना आवश्यक होता है। जैसे कि लोन की राशि (Loan Amount) कितनी होगी, ब्याज दर (Interest Rate) कितनी है, ईएमआई (EMI) कितनी होगी और इसे कितने सालों तक चुकाना होगा।
आमतौर पर, होम लोन की अवधि (Home Loan Tenure) 5 से 30 साल तक होती है। अगर होम लोन की अवधि 20 या उससे ज्यादा, यानी 30 साल की होती है, तो ईएमआई कम होगी। वहीं, अगर लोन की अवधि छोटी होगी, तो ईएमआई (Home Loan EMI) अधिक होगी, लेकिन ब्याज का भुगतान कम होगा। ऐसे में यह तय करना कि आपके लिए कितने सालों का होम लोन सबसे उपयुक्त है, थोड़ा कंफ्यूजिंग हो सकता है, लेकिन यह जानकारी बहुत महत्वपूर्ण है। होम लोन लेने से पहले इन चार बातों को ध्यान में रखना जरूरी है।
अपनी आयु के आधार पर लोन की अवधि का चयन करें
अगर आप करियर के शुरुआती दौर में हैं, तो लंबी अवधि का होम लोन (Long term home loan) उपयुक्त होता है। इससे ईएमआई कम रहती है और समय के साथ आपकी कमाई बढ़ने के कारण आपको किसी वित्तीय संकट का सामना नहीं करना पड़ता। वहीं, अगर आपकी उम्र 40 साल या उससे अधिक है, तो कम अवधि वाला होम लोन फायदेमंद (Benefits of home loan) साबित होता है। कम टेन्योर रखने से बैंक को लोन देने में आसानी होती है, और बढ़ती उम्र के साथ यह जरूरी है कि आप रिटायरमेंट से पहले अपनी सभी वित्तीय जिम्मेदारियों को पूरा कर लें। बैंक आमतौर पर आपकी रिटायरमेंट उम्र तक ही लोन की अवधि देता है। उदाहरण के तौर पर, यदि आपकी उम्र 28 साल है, तो होम लोन की अधिकतम अवधि 32 साल तक हो सकती है।
अपनी आय के आधार पर कर्ज लें
अगर लोन राशि अधिक होगी, तो ईएमआई भी ज्यादा होगी। इसलिए, जितना हो सके, अपनी वर्तमान आय के हिसाब से ही लोन लें। भविष्य में होने वाली किसी अतिरिक्त आय के आधार पर आज कर्ज लेने से बचें। अगर लोन राशि आपकी वार्षिक आय से 2-3 गुना तक हो, तो लोन की अवधि कम रखें। लेकिन अगर लोन राशि आपकी आय से बहुत ज्यादा है, तो रीपेमेंट के लिए लंबी अवधि का विकल्प चुनें।
क्या आपने पहले से कोई लोन या कर्ज लिया हुआ है?
होम लोन लेते समय यह भी ध्यान रखें कि आप पर कोई अन्य कर्ज तो नहीं है, जैसे पर्सनल लोन, कार लोन, क्रेडिट कार्ड बिल, या गोल्ड लोन। अगर पहले से कर्ज है, तो आपके पास दो विकल्प हैं। पहला, इन कर्जों को जल्द से जल्द चुकता करें, जिससे होम लोन पर कई फायदे मिल सकते हैं, जैसे ब्याज दर में छूट और लोन की अवधि का सही चुनाव। दूसरा विकल्प यह है कि पुराने कर्ज के साथ लंबी अवधि का होम लोन लें, ताकि आप वित्तीय दबाव से बच सकें।
अंतिम निर्णय लेने से पहले इन बातों का ध्यान रखें
इन महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखते हुए अपने लिए होम लोन का निर्णय लें। जब आप होम लोन ले लें, तो रीपेमेंट में डिफॉल्ट करने से बचें। लोन लेने से पहले अपनी वर्तमान आय, भविष्य में होने वाली आय, मौजूदा खर्चे, भविष्य में संभावित खर्चे, और इमरजेंसी सिचुएशन को ध्यान में रखते हुए लोन राशि और ईएमआई का फैसला करें। जैसा कि हम जानते हैं, होम लोन पर टैक्स में बड़ी छूट मिलती है, इसलिए टैक्स बचत के उद्देश्य को भी ध्यान में रखें।