Sone Chandi Ka Bhav: त्योहारी और शादियों के मौसम में सोने और चांदी की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव जारी है। आज, 23 अक्टूबर को सोने की कीमत में मामूली गिरावट आई, जबकि चांदी की कीमतों में तेजी बनी रही। सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम लगभग 100 रुपये गिर गई, लेकिन उत्तर भारत के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ और जयपुर में 24 कैरेट सोने की कीमत अब भी 79,700 रुपये के करीब है। 22 कैरेट सोने का भाव 72,900 रुपये के आस-पास है, जबकि चांदी की कीमत 1,02,100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है।
देश के प्रमुख शहरों में सोने की नवीनतम कीमतें
- दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ, और जयपुर में सोने के रेट: 24 कैरेट: ₹79,780 प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट: ₹73,140 प्रति 10 ग्राम
- पटना और अहमदाबाद में सोने के रेट: 24 कैरेट: ₹79,680 प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट: ₹73,040 प्रति 10 ग्राम
- भुवनेश्वर, मुंबई, और कोलकाता में सोने के रेट: 24 कैरेट: ₹79,630 प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट: ₹72,990 प्रति 10 ग्राम
चांदी की कीमत 1 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के पार पहुंच गई
आज बुधवार को चांदी की कीमतों में एक बार फिर तेजी आई और यह 1,02,100 रुपये प्रति किलोग्राम के पार पहुंच गई। मंगलवार को चांदी की कीमत में 1,500 रुपये की बढ़ोतरी देखी गई थी, जिसके कारण यह एक लाख रुपये प्रति किलोग्राम का आंकड़ा पार कर गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, यह लगातार पांचवां दिन है जब चांदी की कीमतों में वृद्धि जारी है। यह बढ़ोतरी 1,500 रुपये की और उछाल के साथ चांदी की कीमत को 1.01 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर तक ले गई। पिछले सप्ताह शुक्रवार को चांदी की कीमत 99,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में उछाल देखा गया। मंगलवार को सोने की कीमत 350 रुपये बढ़कर 81,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। सोने और चांदी की कीमतों में यह वृद्धि त्योहारी सीजन और औद्योगिक मांग के कारण हुई है।
जानिए सोने और चांदी के दाम क्यों बढ़ रहे हैं?
चांदी की बढ़ती कीमतों का मुख्य कारण औद्योगिक मांग है। इसके अलावा, गहनों और चांदी के बर्तनों की मांग में भी वृद्धि देखने को मिली है। वहीं, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 350 रुपये बढ़कर 80,600 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। बुलियन मार्केट के कारोबारियों और ज्वैलर्स का मानना है कि सोने की कीमतों में यह उछाल त्योहारी और शादी-विवाह के मौसम में बढ़ी मांग के कारण स्थानीय ज्वैलरी विक्रेताओं की खरीदारी में आई तेजी से है।
सोने की कीमतें कैसे निर्धारित होती हैं?
देशभर में सोने की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं, जिनमें अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की स्थिति और मुद्रा विनिमय दर शामिल हैं। जब वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में वृद्धि होती है, तो इसका असर भारतीय बाजार पर भी देखने को मिलता है। इसके अलावा, त्योहारों के मौसम में बढ़ती मांग भी सोने की कीमतों को बढ़ाने में योगदान करती है।