Central Government DA Hike Update: भारत सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए दिवाली से पहले एक बड़ा तोहफा पेश किया है, जो छुट्टियों के मौसम में खुशियाँ लेकर आया है। लाखों कर्मचारियों को लाभान्वित करने वाले इस निर्णय में, नरेंद्र मोदी की सरकार ने महंगाई भत्ते (डीए) में 3% की वृद्धि की घोषणा की है, जिससे यह अब मूल वेतन के 50% से बढ़कर 53% हो गया है।
2024 में दूसरी वेतन बढ़ोतरी
यह 2024 में केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए दूसरी वेतन वृद्धि है। इस वर्ष की शुरुआत में, 24 मार्च को, सरकार ने पहले ही 4% DA वृद्धि की घोषणा की थी, जिससे यह 46% से बढ़कर 50% हो गई थी। आमतौर पर, केंद्र सरकार हर साल जनवरी और जुलाई में DA दरों की समीक्षा और समायोजन करती है। इस नई वेतन वृद्धि के परिणामस्वरूप, कर्मचारियों के टेक-होम वेतन में पर्याप्त वृद्धि होगी, जिससे उनकी दिवाली का जश्न और भी खास बन जाएगा।
वेतन में वृद्धि की गणना
इस बढ़ोतरी के प्रभाव को समझाने के लिए, एक उदाहरण लेते हैं। यदि किसी कर्मचारी का मूल वेतन ₹55,200 है, तो 50% DA के हिसाब से मौजूदा भत्ता ₹27,600 है। नई 53% दर के साथ, उनका DA बढ़कर ₹29,256 हो जाएगा, जिससे उनकी मासिक आय में ₹1,656 की वृद्धि होगी। इस बढ़ोतरी से बढ़ती मुद्रास्फीति और जीवन-यापन की लागत के खिलाफ कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
तीन महीने का बकाया राशि का भुगतान किया जाएगा
त्योहारों की खुशियों को और बढ़ाते हुए, केंद्र सरकार के कर्मचारियों को तीन महीने का एरियर भी मिलेगा। बढ़ा हुआ DA 1 जुलाई, 2024 से लागू होगा, जिसका मतलब है कि कर्मचारी जुलाई, अगस्त और सितंबर का बकाया वेतन प्राप्त करेंगे। यह एकमुश्त राशि उनके अक्टूबर के वेतन में शामिल की जाएगी, जिससे उनके दिवाली बजट में काफी बढ़ोतरी होगी।
डीए की गणना अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (एआईसीपीआई) के आधार पर की जाती है, जो पिछले 12 महीनों में खुदरा मुद्रास्फीति का विश्लेषण करता है। वैश्विक मुद्रास्फीति के दबाव और बढ़ती लागतों को ध्यान में रखते हुए, यह निर्णय देशभर में घरेलू बजट प्रबंधन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
सरकार की यह समय पर की गई घोषणा न केवल अपने कर्मचारियों की मेहनत को मान्यता देती है, बल्कि त्यौहारी मौसम में अर्थव्यवस्था में अतिरिक्त खर्च करने की क्षमता भी प्रदान करती है। लाखों केंद्रीय सरकारी कर्मचारी एक बेहतर दिवाली की उम्मीद कर रहे हैं, इसलिए इस बढ़ी हुई डिस्पोजेबल आय का प्रभाव भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में देखने को मिल सकता है।