Top Interest Paying FD Bank: मार्केट में नए निवेश विकल्प जैसे म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार के आने के बाद FD की लोकप्रियता कम हो गई है। हालांकि, यदि सही तरीके से रिसर्च करके निवेश किया जाए, तो फिक्स्ड डिपॉज़िट अभी भी एक सुरक्षित विकल्प हैं। जबकि शेयर बाजार में कुछ जोखिम हो सकता है, एफडी में बिना किसी जोखिम के 9 प्रतिशत तक का रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है।
यहां कुछ छोटे वित्तीय संस्थान हैं जो वरिष्ठ नागरिकों को 1 करोड़ रुपये से कम की जमा पर 15 महीने तक की अवधि के लिए एफडी पर 9 फीसदी तक का रिटर्न दे रहे हैं। वर्तमान में, 10 बैंकों के बारे में जानकारी मिल रही है जो 15 महीने की अवधि के लिए आकर्षक ब्याज दर प्रदान कर रहे हैं। इस लेख में, हम टॉप 10 अधिक ब्याज देने वाली बैंकों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
जानें किस बैंक में FD पर कितना ब्याज मिल रहा
इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक 444 दिनों की एफडी पर 9 फीसदी तक ब्याज दे रहा है। इसके अलावा, उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक 12 महीने की फिक्स डिपॉजिट पर बंधन बैंक 8.35 फीसदी और इंडसइंड बैंक 8.25 फीसदी ब्याज प्रदान कर रहे हैं।
यहां डीबीएस बैंक 376 दिनों की फिक्स्ड डिपॉजिट पर 8% ब्याज दे रहा है, जबकि करूर व्यास बैंक 444 दिनों की फिक्स्ड डिपॉजिट पर 8% ब्याज प्रदान कर रहा है। फेडरल बैंक 400 दिनों की फिक्स्ड डिपॉजिट पर और कोटक महिंद्रा बैंक 390 दिनों की फिक्स्ड डिपॉजिट पर 7.9% ब्याज दे रहे हैं। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक भी 444 दिनों की फिक्स्ड डिपॉजिट पर 7.8% ब्याज प्रदान कर रहे हैं।
कितना सेफ हैं FD में निवेश
शेयर मार्केट की तुलना में फिक्स्ड डिपॉजिट को काफी सुरक्षित माना जाता है। खासकर बुजुर्गों के लिए, यह एक बहुत ही सुरक्षित निवेश विकल्प है क्योंकि इसमें किसी प्रकार का उतार-चढ़ाव नहीं होता। शेयर मार्केट में निवेश से कभी-कभी कम रिटर्न मिलता है या फिर पैसे का नुकसान भी हो सकता है। इसके विपरीत, फिक्स्ड डिपॉजिट में एक सुनिश्चित रिटर्न प्राप्त होता है।
फिक्स्ड डिपॉजिट में आपका पैसा डूबने का कोई जोखिम नहीं होता। यहां निवेश करने पर पूरा पैसा सुरक्षित रहता है। देश की सबसे बड़ी बैंकों में आरबीआई ने सब्सिडियरी डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) के माध्यम से फिक्स्ड डिपॉजिट पर 5 लाख रुपये की गारंटी प्रदान की है। इसका मतलब है कि अगर बैंक बंद भी हो जाती है, तो आपको 5 लाख रुपये तक की राशि मिलती है। बैंकों द्वारा सुरक्षा के पर्याप्त उपाय किए जाते हैं।