Post Office: यदि आप लंबे समय के लिए एक भरोसेमंद सरकारी स्कीम पर निवेश करने का सोच रहे हैं, तो पोस्ट ऑफिस की किसान विकास पत्र (KVP) योजना एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकती है। इस योजना में दीर्घकालिक निवेश पर आप अपनी राशि को दोगुना तक बढ़ा सकते हैं।
लंबी अवधि के निवेश को हमेशा एक लाभकारी विकल्प माना गया है, क्योंकि इसमें निवेश की गई राशि पर अच्छा रिटर्न मिलता है। यदि आप लंबे समय के लिए एक प्रभावी सरकारी स्कीम की तलाश में हैं, तो किसान विकास पत्र (KVP) एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इस स्कीम में आपका निवेश दोगुना तक हो सकता है। यह एक पोस्ट ऑफिस योजना है, जिसके तहत लाभ उठाने के लिए पोस्ट ऑफिस में खाता खोलना पड़ता है।
अकाउंट कौन खोल सकता है
यह स्कीम 1988 में शुरू की गई थी। शुरुआत में यह केवल किसानों के लिए थी, लेकिन अब किसी भी भारतीय नागरिक के लिए इस स्कीम में अकाउंट खोलना संभव है। इस योजना के तहत सिंगल या जॉइंट अकाउंट खोला जा सकता है। 10 से 18 साल की उम्र के बच्चे भी अपने नाम से KVP अकाउंट खोल सकते हैं, लेकिन उनकी अकाउंट की जिम्मेदारी पैरेंट्स की होती है। 18 साल की उम्र पूरी करने पर वे खुद अकाउंट का प्रबंधन कर सकते हैं।
इस अकाउंट के फायदे क्या हैं?
वर्तमान में इस स्कीम पर 7.5% ब्याज दर लागू है, जो हर तीन महीने में अपडेट होती है। इसलिए, ब्याज दर में परिवर्तन संभव है। मौजूदा दर सितंबर तक लागू रहेगी, और किसी भी बदलाव की स्थिति अक्टूबर से लागू होगी।
इस स्कीम में निवेश करने पर आपको निश्चित ब्याज के अनुसार रिटर्न मिलता है, जिससे मार्केट के उतार-चढ़ाव का इस पर कोई असर नहीं पड़ता। इस प्रकार, इसमें निवेश को जोखिम मुक्त माना जा सकता है।
आप इस स्कीम में 1,000 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं, और अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है। हालांकि, यदि आप 50,000 रुपये से अधिक का निवेश करते हैं, तो पैन कार्ड आवश्यक होता है। 10 लाख रुपये से अधिक निवेश करने पर, आपको सैलरी स्लिप, आयकर रिटर्न, बैंक स्टेटमेंट जैसी दस्तावेज़ी प्रमाण पेश करने की आवश्यकता हो सकती है।
5 लाख कैसे बन सकते हैं 10 लाख रुपये?
इस स्कीम की मैच्योरिटी अवधि 115 महीने (9 साल 7 महीने) है। यदि आप इसमें 5 लाख रुपये का निवेश करते हैं, तो 115 महीने बाद आपकी राशि दोगुनी होकर 10 लाख रुपये हो जाएगी। इसका लॉक-इन पीरियड 30 महीने का है, जिसके दौरान आप राशि को नहीं निकाल सकते। 30 महीने के बाद, जब भी आप राशि निकालेंगे, उस समय तक के ब्याज के साथ पूरी राशि प्राप्त होगी। इस स्कीम में निवेश पर आयकर की धारा 80C के तहत कोई टैक्स लाभ नहीं मिलता है।