New Gold Rate 2024: सोने की कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। बजट के बाद से पिछले तीन दिनों में सोने का भाव 5000 रुपये तक घट चुका है। इस बड़ी गिरावट के बाद 24 कैरेट सोने की कीमत अब 69,810 रुपये प्रति दस ग्राम हो गई है। आइए जानते हैं इस गिरावट के कारण क्या हैं और इसका निवेशकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
बजट में कस्टम ड्यूटी में कमी का प्रभाव
इस गिरावट का मुख्य कारण हाल ही में पेश किए गए बजट में सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी में की गई कमी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की थी कि सोने और चांदी पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी को 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया गया है। इस निर्णय के बाद से बाजार में यह उम्मीद की जा रही थी कि सोने की कीमतों में कमी आएगी।
चांदी और प्लेटिनम की कीमतों पर भी प्रभाव
सिर्फ सोना ही नहीं, चांदी की कीमतों में भी गिरावट आई है। चांदी का भाव 100 रुपये घटकर 84,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया है। इसके अतिरिक्त, प्लेटिनम पर भी कस्टम ड्यूटी घटाकर 6.5 प्रतिशत कर दी गई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की स्थिति
जहां एक ओर भारतीय बाजार में सोने की कीमतें गिर रही हैं, वहीं वैश्विक स्तर पर सोने के भाव में मामूली तेजी देखी जा रही है। शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 0.4 प्रतिशत बढ़कर 2374.14 डॉलर प्रति आउंस पर पहुंच गया। हालांकि, इस सप्ताह के आंकड़ों के अनुसार, यह अभी भी 1 प्रतिशत की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा है।
निवेशकों के लिए बेहतरीन अवसर
भारत में सोने की कीमत का सर्वकालिक उच्च स्तर 75,000 रुपये प्रति दस ग्राम रहा है। ऐसे में वर्तमान में सोने का भाव 70,000 रुपये से नीचे आने पर निवेशकों के लिए यह एक अच्छा मौका हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले त्योहारी सीजन में सोने की कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं। इसलिए, इस समय सोने में निवेश करना लाभकारी साबित हो सकता है।
गोल्ड कंपनियों के शेयरों पर प्रभाव
बजट में की गई घोषणाओं का असर न केवल सोने की कीमतों पर पड़ा है, बल्कि सोना बेचने वाली लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में भी तेजी देखी जा रही है। यह संकेत है कि निवेशक इन कंपनियों के भविष्य को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण रख रहे हैं।
सोने की कीमतों में आई इस गिरावट को निवेशकों के लिए एक अच्छा अवसर माना जा रहा है। हालांकि, निवेश करने से पहले बाजार की स्थिति और विशेषज्ञों की राय जरूर जांचें। ध्यान रखें कि सोने में निवेश आमतौर पर लंबी अवधि के लिए लाभकारी होता है, इसलिए अपने निवेश लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लें।
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