Ghazipur News: सरकार और भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण पर्यटन और नदियों में जलयान को बढ़ावा देने में लगा है। इसी दौरान, कोच्चिन शिपयार्ड से निकलकर समुद्री मार्ग से कोलकाता के बाद गंगा नदी के माध्यम से नवनिर्मित हाइड्रोजन फ्यूल चालित वातानुकूलित डबल डेकर कटा मेरान पर्यटक जलयान गाजीपुर पहुंचा।
लेकिन गंगा में जलस्तर कम होने के कारण उसने गाजीपुर के हमीद सेतु के नीचे गंगा नदी में ठहराव लिया। इसकी वजह से अगल बगल और राहगीरों की भीड़ इकठ्ठी हो गई। इस नवनिर्मित हाइड्रोजन फ्यूल चालित पर्यटक जलयान को लेकर वाराणसी से एक सर्वेयर जलयान शुक्रवार की शाम को गाजीपुर पहुंचा था।
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक, शनिवार को नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने के बाद इसे सर्वेयर जलयान के साथ वाराणसी के लिए ले जाया गया।
इस जलयान को भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक, लगभग एक माह पहले कोच्चिन शिपयार्ड से पेरियार-3 और फेसकी नामक दो जलपोतों के साथ दो हजार किलोमीटर समुद्री यात्रा करके तेरह जून को कोलकाता पहुंचा।
वहां से इसे सीधे गंगा नदी के माध्यम से वाराणसी के लिए लॉन्च किया गया। अधिकारियों के मुताबिक, यह पर्यटक जलयान पच्चास सीटर है, जिसकी लंबाई करीब 28 मीटर और चौड़ाई करीब 5.8 मीटर है। इसका कुल वज़न लगभग बीस टन है।
यह नदी में लगभग बीस से पच्चीस किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल सकता है। यह पूरी तरह से हाइड्रोजन से चलेगा। इसका निर्माण कुल लगभग दस करोड़ रुपये में हुआ है। वाराणसी में इसके लिए एक हाइड्रोजन प्लांट भी लगाया जा रहा है।
वाराणसी पहुंचने के बाद, इस हाइड्रोजन फ्यूल चालित कटा मेरान जलयान को वाराणसी टूरिज्म विभाग को हैंड ओवर कर दिया जाएगा, जो इसे संचालित करेगा। इस वातानुकूलित हाइड्रोजन फ्यूल चालित पर्यटक जलयान का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी के हाथों होने की उम्मीद है।
भारतीय अंतर्राष्ट्रीय जलमार्ग प्राधिकरण के वाराणसी के प्रभारी अधिकारी आर सी पांडेय ने बताया कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कोच्चिन शिपयार्ड से नवनिर्मित प्रदूषणरहित हाइड्रोजन फ्यूल चालित कटा मेरान पर्यटक जलयान लाया जा रहा है, जो वाराणसी से चुनार के बीच संचालित किया जाएगा।