UP Police Bharti: उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती अभी तक चर्चा का विषय बनी हुई है, क्योंकि एक बार पेपर लीक होने के बाद अभी तक परीक्षा की तारीख पर कोई आधिकारिक अपडेट नहीं आया है। प्रदेश में करीब 50 लाख अभ्यर्थी यूपी पुलिस भर्ती के पेपर की तैयारियों में व्यस्त हैं, और सभी को जल्दी ही परीक्षा होने की आस है।
परीक्षा कब होगी, यह सवाल सभी के मन में एक सस्पेंस बना हुआ है। यदि आपने यूपी पुलिस भर्ती में आवेदन किया है, तो आपको इस बारे में अहम जानकारी होनी चाहिए। उम्मीद है कि परीक्षा अगस्त के अंतिम सप्ताह तक आयोजित की जा सकती है। अब सावन माह की शुरुआत हो रही है, इसे 'कांवड़ यात्रा' के नाम से भी जाना जाता है।
कांवड़ यात्रा के दौरान यूपी पुलिस भर्ती का पेपर कराना संभव नहीं हो सकता है। इसका कारण है कि शहरों में कांवड़ यात्राओं की सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए जाते हैं। इस प्रकार, अगर पेपर आयोजित किया जाता है, तो सड़कों पर भीड़ होने की संभावना है, जिससे कांवड़ यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अब जल्द ही परीक्षा की तारीख का ऐलान होने की उम्मीद है, जो एक बड़ी खुशखबरी के समान होगी।
कांवड़ यात्रा और मानसूनी सीजन के कारण अब परीक्षा में देरी हो सकती है
उत्तर भारत के सभी हिस्सों में इन दिनों मानसून बहुत सक्रिय है, जिसके कारण जगह-जगह भारी बारिश हो रही है। इस बारिश से कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, जिससे लोग परेशान हैं। कई सड़कों में पानी भरने से मार्ग बंद हैं। इस स्थिति में पुलिस भर्ती का आयोजन कराना असंभव है। दूसरी ओर, अब कांवड़ यात्रा का आयोजन होने वाला है, और इसकी तैयारियां प्रशासनिक स्तर पर तेजी से हो रही हैं।
तैयारियों के कारण पुलिस भर्ती का पेपर आयोजित नहीं किया जा सकता है। इसी कारण उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने परीक्षा की तारीख का आधिकारिक ऐलान अभी तक नहीं किया है। अगले महीने तक परीक्षा आयोजित करने की उम्मीद है, जिसे लेकर चर्चा में बाजार काफी गर्म है।
जानिए पेपर क्यों रद्द हुआ था?
उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती की परीक्षा 17 और 18 फरवरी 2024 को आयोजित हुई थी। इन दोनों पेपरों को बड़ी संख्या में छात्रों के लिए लीक किया गया था। इसके बाद छात्रों ने परीक्षा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इसके अतिरिक्त, छात्रों को सड़कों पर उतरते देख विपक्षी राजनीतिक पार्टियों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन आरंभ किया।
चौतरफा विरोध के शोर के बाद, सीएम योगी सरकार ने पीछे हटकर फैसला किया और परीक्षा को रद्द कर दिया। यहां पर 60,244 कांस्टेबल पदों पर भर्ती होनी थी, जिसमें 43 लाख से अधिक अभ्यर्थी भाग लेने वाले थे। पेपर के लीक होने के कारण इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया था।