UP News: यूपी के किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, योगी आदित्यनाथ ने इस बार जापान और मलेशिया के लिए अधिक से अधिक आम का निर्यात करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि एक किसान को प्रति किलो आम पर 600 रुपये की बचत होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि इस साल उत्तर प्रदेश जापान और मलेशिया को 40 टन आम का निर्यात करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि इतिहास के 160 साल के दौरान लखनऊ का दशहरी अमेरिका को पहली बार निर्यात किया जा रहा है।
आदित्यनाथ ने बताया कि भारत में दशहरी का दाम 60 से 100 रुपये के बीच है, लेकिन जब यह अमेरिकी बाजार में पहुंचता है, तो इसकी कीमत 900 रुपये प्रति किलो हो जाती है। इसका मतलब है कि शुल्क दर, माल ढुलाई और हवाई भाड़ा जोड़कर एक किलो आम की अमेरिका भेजने की लागत 250-300 रुपये तक हो सकती है। इसी के बावजूद, एक किसान को एक किलो आम पर 600 रुपये की बचत होगी।
यूपी में 58 लाख टन आम उत्पादित होता है
आधिकारिक बयान के अनुसार, आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अवध शिल्प ग्राम में 'उत्तर प्रदेश आम महोत्सव- 2024' की शुरुआत करते हुए कहा, ‘उत्तर प्रदेश में किसान 3.15 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में 58 लाख टन आम का उत्पादन करते हैं। देश के कुल आम उत्पादन का 25 से 30 प्रतिशत उत्तर प्रदेश से होता है।’ उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने भारत सरकार के सहयोग से सहारनपुर, अमरोहा, लखनऊ और वाराणसी में चार ‘पैक हाउस’ बनाए हैं।
मात्रा और गुणवत्ता को बनाए रखना होगा
‘उत्तर प्रदेश आम उत्पादन में देश में अग्रणी है, लेकिन अब हमें बढ़ती हुई आबादी के अनुरूप मात्रा और गुणवत्ता दोनों को बनाए रखने के लिए लगातार काम करना होगा।’ उन्होंने बताया कि आम की नई निर्यात संभावनाओं का मुद्दा उठाया गया है और कौन-कौन से देशों के लिए यह संभव हो सकता है, उन्हें अपनी पहुंच को वहाँ बढ़ाने की आवश्यकता होगी। प्रदर्शनी में 120 विशेष किस्म के आम प्रदर्शित किए गए हैं। साथ ही, हरी झंडी वाले आम ट्रक भी प्रदर्शित किए गए, जिनमें विभिन्न देशों के लिए आम निर्यात किया जाएगा। उन्होंने इसके अतिरिक्त प्रगतिशील आम के किसानों को सम्मानित किया और आम स्मारिका का उद्घाटन किया।
तीन दिवसीय (12-14 जुलाई) इस महोत्सव में आम खाने की प्रतियोगिता और प्रशिक्षण सेमिनार का आयोजन किया गया है। महोत्सव में लगभग 700 से अधिक आम की प्रजातियों का प्रदर्शन किया गया है। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के साथ ही मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान जैसे कई राज्यों से आम के किसान भाग ले रहे हैं। इसके अतिरिक्त, विभिन्न राज्यों के उद्यान प्रतिनिधि और आम के विशेषज्ञ भी इस महोत्सव में शामिल हैं।