क्या आप अभी भी अपनी बचत केवल सेविंग्स अकाउंट में ही करते हैं? अगर हाँ, तो इससे जल्द ही आपको टैक्स बचाने में भी फायदा हो सकता है। इस बार के बजट में सरकार सेविंग्स अकाउंट पर बचत करने पर अतिरिक्त टैक्स छूट का लाभ दे सकती है। चलिए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
अगर आप बैंक के सेविंग्स अकाउंट में पैसा जमा करते हैं या आपके खाते में थोड़ा-थोड़ा पैसा जमा रहता है, तो यह संभव है कि इस पैसे से आपको इनकम टैक्स बचाने में मदद मिले। इस बार के बजट में सरकार ने इस पर बड़ा ऐलान करने की संभावना जताई है। सरकार पुरानी टैक्स रिजीम में बैंक जमा पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स छूट की सीमा बढ़ाने की विचार में है।
मौजूदा समय में अगर आपके बैंक खाते में जमा रकम पर सालाना 10,000 रुपये तक का ब्याज मिलता है, तो आप इसे टैक्स के दायरे से बाहर रह सकते हैं। सीनियर सिटीजंस के लिए यह सीमा 50,000 रुपये तक होती है, और उनके लिए एफडी का ब्याज भी शामिल होता है।
25,000 रुपये तक की ब्याज कमाई टैक्स फ्री है
ईटी ने सूत्रों के हवाले से एक खबर में बताया है कि सरकार बजट में बैंकों द्वारा ब्याज से होने वाली 25,000 रुपये तक की कमाई को टैक्स फ्री कर सकती है। सीनियर सिटीजंस के लिए यह लिमिट पहले जैसी ही रहेगी। इससे पहले की चर्चा में बैंकों ने सरकार से अपने घटते डिपॉजिट्स के संबंध में अपनी चिंताएँ व्यक्त की थी।
बैंकों का कहना है कि लोगों के क्रेडिट लेने की आदत बढ़ रही है, जिसके कारण बैंकों का क्रेडिट-डिपॉजिट अनुपात बिगड़ रहा है। इस परिस्थिति में सरकार को ओल्ड टैक्स रिजीम में राहत देकर लोगों की बचत को बढ़ावा देने की जरूरत है। वित्त मंत्रालय उनके प्रस्ताव पर विचार-विमर्श कर रहा है।
क्या नए टैक्स रिजीम में भी लाभ होगा?
बैंक चाहते हैं कि सरकार न्यू टैक्स रिजीम में धारा-10(15)i के तहत टैक्सपेयर्स को बचत करने पर टैक्स डिडक्शन का लाभ दे। इस धारा के तहत अभी ओल्ड टैक्स रिजीम में डाकघर में की गई बचत पर व्यक्तिगत खातों को 3,500 रुपये तक और संयुक्त खातों को 7,000 रुपये तक का ब्याज मिलता है।