Post Office Savings Schemes: हालांकि निवेश के कई विकल्प उपलब्ध हैं, लोग अक्सर सबसे सुरक्षित और उच्च रिटर्न वाला ऑप्शन तलाशते हैं। इसके लिए सबसे पहला नाम जो दिमाग में आता है, वह है एफडी। लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे विकल्पों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो न केवल बेहतर रिटर्न प्रदान करते हैं बल्कि सुरक्षा भी सुनिश्चित करते हैं। आइए जानते हैं ये योजनाएं कौन सी हैं और कितने रिटर्न मिल रहे हैं...
निवेश एक ऐसा तरीका है जो आपके भविष्य को आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है। आजकल हर कोई चाहता है कि वह अधिक से अधिक पैसे की बचत करे। जब बचत की बात आती है, तो सबसे पहले ध्यान स्मॉल सेविंग स्कीम्स या पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम्स पर जाता है। ये स्कीमें कई लोगों को इसलिए पसंद आती हैं क्योंकि इनमें बैंक एफडी की तुलना में अधिक ब्याज मिलता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पोस्ट ऑफिस स्कीम्स में उच्च ब्याज के साथ-साथ कोई जोखिम नहीं होता। इसलिए, अगर कोई निवेशक बिना जोखिम के निवेश करना चाहता है, तो ये स्कीम्स एक अच्छी विकल्प हो सकती हैं। पोस्ट ऑफिस स्कीम्स की खासियत यह है कि इनमें हर तिमाही ब्याज दर बदल जाती है।
आज हम आपको कुछ पोस्ट ऑफिस स्कीम्स के बारे में जानकारी देंगे, जिनमें आपको बैंक एफडी की तुलना में अधिक ब्याज मिलेगा।
1. सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम | Senior Citizen Saving Scheme
इस स्कीम के नाम से ही स्पष्ट हो जाता है कि यह सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों के लिए है। इसका मतलब है कि 60 साल से ऊपर के लोग इस स्कीम का लाभ उठा सकते हैं। इस स्कीम में निवेशक को एकमुश्त निवेश करना होता है और अधिकतम 30 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है। SCSS में आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत टैक्स लाभ (भी मिलता है।
ब्याज दर - वर्तमान में इस स्कीम पर 8.2% ब्याज मिल रहा है।
मैच्योरिटी पीरियड - इस स्कीम की मैच्योरिटी अवधि 5 साल है, और इसे 5 साल के बाद भी बढ़ाया जा सकता है।
2. किसान विकास पत्र | Kisan Vikas Patra
किसान विकास पत्र एक सेविंग सर्टिफिकेट है, जिसमें गारंटीड रिटर्न प्राप्त होता है। इस स्कीम में निवेशकों को टैक्स लाभ नहीं मिलता है, और इसमें निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है।
ब्याज दर - 7.5% सालाना चक्रवृद्धि ब्याज दर है।
मैच्योरिटी पीरियड - 115 महीने (9 साल 7 महीने) है।
3. पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (MIS)
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में न्यूनतम सालाना 1,500 रुपये और अधिकतम 9 लाख रुपये का निवेश किया जा सकता है। इस स्कीम में निवेश की गई राशि से होने वाली आय पर टैक्स लगता है। ब्याज का भुगतान हर महीने किया जाता है।
ब्याज दर - 7.4% सालाना ब्याज मिल रहा है।
मैच्योरिटी पीरियड - 5 साल है।
4. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट | National Savings Certificates
इस स्कीम के बारे में लगभग सभी लोग जानते हैं। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) में गारंटीड रिटर्न मिलता है। इस स्कीम पर ब्याज का भुगतान मैच्योरिटी के समय होता है। NSC में न्यूनतम 1,000 रुपये का निवेश करना होता है, और अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है। इस स्कीम में भी निवेशक को टैक्स छूट का लाभ मिलता है।
ब्याज दर - 7.7% सालाना चक्रवृद्धि ब्याज दर
मैच्योरिटी पीरियड - 5 साल
5. हिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट (MSSC)
महिलाओं के लिए विशेष सेविंग स्कीम की बात करें तो भारतीय महिलाओं के बीच महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट काफी लोकप्रिय है। इस स्कीम में महिलाओं को टैक्स लाभ नहीं मिलता है।
ब्याज दर - 7.5% सालाना चक्रवृद्धि ब्याज दर
मैच्योरिटी पीरियड - 2 वर्ष