Sona Sasta Kab Hoga: हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, सरकार गोल्ड की इम्पोर्ट ड्यूटी कम से कम 15 प्रतिशत तक घटाने की कोशिश में है। सूत्रों के अनुसार, इस बदलाव के बाद सोने की तस्करी में वृद्धि के मामले सामने आए हैं। इस अपडेट से जुड़ी विस्तृत जानकारी के लिए खबर को अंत तक पढ़ते रहें।
बजट में गोल्ड-सिल्वर पर इम्पोर्ट ड्यूटी में 5 प्रतिशत तक की कटौती देखने को मिल सकती है। उद्योग विशेषज्ञों और वित्त मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार सरकार 15 प्रतिशत से नीचे इम्पोर्ट ड्यूटी लाने पर गंभीरता से विचार कर रही है, जिससे ड्यूटी बढ़ाई जाने के बाद गोल्ड की बढ़ती हुई तस्करी पर रोक लग सके। अगर गोल्ड-सिल्वर पर मौजूदा 15 प्रतिशत ड्यूटी को 5 प्रतिशत कम करके 10 प्रतिशत तक लाया जाता है, तो गोल्ड-सिल्वर की कीमतों में कमी आ सकती है।
सूत्रों के अनुसार इस बारे में चर्चा भी हो रही है कि पुराने गोल्ड को बेचते समय ग्राहक को जीएसटी (GST) में कुछ प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे इम्पोर्ट में कमी आए और सरकार के घाटे पर दबाव कम हो। इंडस्ट्री के मुताबिक इस कदम से गोल्ड में करीब 3000 रुपये और सिल्वर में 3800 रुपये तक की कमी दिखाई आ सकती है। भारतीय बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता के अनुसार ड्यूटी में कमी से गोल्ड और सिल्वर कीमतें कम हो सकती हैं।
स्मगलिंग को रोका जा सकता है
ऑल इंडिया जूलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के महासचिव नितिन केडिया ने बताया कि इस कदम से तस्करी पर नियंत्रण आ सकता है। अगर सरकार जीएसटी को 18 प्रतिशत कर दे और कस्टम ड्यूटी को शून्य करे, तो स्मगलिंग पूरी तरह रुक सकती है। अगर पुराने गोल्ड बेचते समय 3 प्रतिशत जीएसटी हटा दी जाए, तो यह प्रोत्साहन बहुत बड़ा होगा, जिससे गोल्ड इम्पोर्ट को भी कम किया जा सकेगा। हालांकि, HDFC सिक्योरिटीज के कमोडिटी और करेंसी हेड अनुज गुप्ता का मानना है कि ड्यूटी कम करने से दाम में बड़ी कमी नहीं आएगी।
तस्करी में वृद्धि हुई है
सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने के कारण सोने की तस्करी में गतिविधि में वृद्धि देखने को मिली है। डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने वित्त वर्ष 2023-24 में 1,658 किलोग्राम सोना जब्त किया था, जो एक साल पहले की तुलना में करीब 35 प्रतिशत अधिक है। इस प्रकार, सरकार के लिए तस्करी की वृद्धि को रोकना बेहद आवश्यक है।