देश में हर दिन करोड़ों लोग भारतीय रेल से यात्रा करते हैं। कुछ घर से दूर जाने के लिए और कुछ देश के विभिन्न हिस्सों की यात्रा के लिए ट्रेन टिकट बुक करते हैं। लेकिन ट्रेन में सीट पाने में कई बार मुश्किलें आती हैं। हाल ही में मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि रेलवे ने ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट को खत्म करने के लिए एक नया प्लान बनाया है, जिससे लाखों यात्रियों के लिए यह अच्छी खबर है।
मोदी सरकार के आने के बाद से देश में रेल सेवा में कई अपडेट किए गए हैं, जिससे लाखों यात्रियों को बड़ी सुविधा मिली है। भारतीय रेल देने के मामले में वैश्विक स्तर पर चौथे स्थान पर है। हाल के सालों में रेलवे ने अपनी व्यवस्था और सुविधाओं में कई सुधार किए हैं, जिसमें नई ट्रेनों का परिचालन शामिल है और भारी भीड़ के साथ समझौता किया गया है।
मौजूदा समय में ट्रेनों की संख्या में काफी वृद्धि देखने को मिल रही है, जिसके कारण लोग लंबी यात्राओं के लिए आंतरिक यात्रा आरक्षण करना पसंद करते हैं। हालांकि, बड़ी वेटिंग लिस्ट के कारण कई लोगों को कंफर्म टिकट नहीं मिल पाता है। इस महत्वपूर्ण समस्या को देखते हुए एक बड़ा अपडेट आने वाला है।
खबरों में आई जानकारी के अनुसार, रेलवे अब साल 2032 तक वेटिंग लिस्ट को समाप्त करने की तैयारी कर रहा है। इसके तहत, रेल मंत्रालय का लक्ष्य है कि आंतरिक यात्रा आरक्षण की मांग और आपूर्ति के बीच की अंतर को कम किया जाए, जिससे रेलवे नई योजना के तहत सेवाओं की क्षमता और प्रदर्शन में सुधार किया जा सके। इसके लिए बेसिक रेल स्ट्रक्चर को मजबूत करने पर ध्यान दिया जा रहा है।
रेल मंत्री ने इस बड़ी घोषणा की
हाल ही में रेल मंत्री अश्वनी वैश्नव ने एक इंटरव्यू में बताया कि हमारा लक्ष्य एक दशक में वेटिंग लिस्ट को पूरी तरह से समाप्त करना है। रेलवे इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए कई कदम उठा रहा है। भारतीय रेलवे के लिए आगामी वर्षों में मुसाफिरों की मांग को पूरा करने के लिए नई ट्रेनों की खरीद के लिए 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा।