Type Here to Get Search Results !

Recent Gedgets

Trending News

FD Interest Hike: यह बैंक ने ग्राहकों की कर दी मौज, एफडी स्कीम्स पर 9.75% का बंपर ब्याज मिल रहा है।

Fixed Deposit Interest Rate Hike: बहुत से लोग इन्वेस्टमेंट के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) को पसंद करते हैं। एफडी एक बेहतर विकल्प होता है जो सुरक्षित रिटर्न प्रदान करता है। इसमें कोई रिस्क नहीं होता और आपको मजबूत रिटर्न मिलता है। अगर आप भी एफडी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो इस समय बहुत अच्छा मौका है। एक प्रमुख बैंक वर्तमान में एफडी पर अत्यधिक ब्याज प्रस्तुत कर रहा है। नीचे दी गई खबर में इस स्कीम के बारे में विस्तार से जानिए-

strong-interest-on-750-days-fd-no-one-is-paying-more-know

सिक्योर रिटर्न के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) एक अच्छा विकल्प है। एफडी में बिना किसी रिस्क के आपको मजबूत रिटर्न मिलता है। हाल के वृद्धित एफडी ब्याज दरें निवेशकों को इस विकल्प की ओर आकर्षित कर रही हैं। कुछ स्मॉल फाइनेंस बैंक एफडी पर 9 फीसदी या उससे अधिक रिटर्न प्रदान कर रहे हैं, जैसे नॉर्थ ईस्ट स्मॉल फाइनेंस बैंक (NESFB)।

फिक्स्ड डिपॉजिट पर बंपर रिटर्न

नॉर्थ ईस्ट स्मॉल फाइनेंस बैंक ने अपनी एफडी ब्याज दरों में 50 आधार अंकों की वृद्धि की है। बैंक वरिष्ठ नागरिकों के लिए 1 करोड़ रुपये से 5 करोड़ रुपये के बीच गैर-प्रतिदेय जमा पर 9.75% की उच्चतम ब्याज दर प्रदान कर रहा है, जो 546 - 1111 दिनों की अवधि के लिए है। प्रतिदिन जमा के लिए बैंक समान अवधि पर 9.50% ब्याज दर की पेशकश कर रहा है।

ग्राहकों के लिए विशेष सुविधा

नॉर्थ ईस्ट स्मॉल फाइनेंस बैंक के ग्राहक अपने घर से मोबाइल बैंकिंग या नेट बैंकिंग का उपयोग करके एफडी में निवेश कर सकते हैं। इससे उन्हें नॉर्थ ईस्ट स्मॉल फाइनेंस बैंक की आधिकृत सेविंग अकाउंट पर मासिक या तिमाही आधार पर ब्याज मिलता है। यहां तक कि बैंक द्वारा डोरस्टेप बैंकिंग, ऑटो रिन्यू, आंशिक निकासी, पुनर्निवेश विकल्प और ऋण/ओडी सुविधा जैसी सेवाएं भी उपलब्ध हैं। एफडी को समय से पहले निकासने पर बैंक द्वारा 1% का जुर्माना लगाया जाता है।

रेपो दर में कोई बदलाव नहीं हुआ

हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई ने रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर कायम रखा है, मजबूत आर्थिक वृद्धि के बीच महंगाई को काबू में रखने के प्रयास के तहत। यह आरबीआई के आठवें बार है कि वह रेपो दर में कोई परिवर्तन नहीं करती है। इससे बैंकों के डिपॉजिट की ब्याज दर में कटौती की आशंका भी कम हो गई है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad