Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया 10 मई 2024 को है। यह दिन हर किसी के जीवन में सौभाग्य और सफलता लाने के लिए माना जाता है। इस दिन देवी-देवताओं से जुड़ी कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जिससे इसे सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
इस दिन, मां लक्ष्मी की पूजा के साथ सोना-चांदी जैसी शुभ वस्तुओं की खरीदारी करने से आर्थिक संकट दूर होता है।
अक्षय तृतीया पर हर मांगलिक कार्य सिद्ध हो जाता है। इसलिए, गृह प्रवेश या नए घर की खरीदारी जैसे कार्यों के लिए अक्षय तृतीया उत्कृष्ट मुहूर्त माना जाता है। अक्षय तृतीया 2024 पर गृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त की जानकारी प्राप्त करें।
2024 के अक्षय तृतीया का गृह प्रवेश शुभ मुहूर्त | Akshaya Tritiya 2024 Griha Pravesh Muhurat
गृह प्रवेश के लिए अक्षय तृतीया का पूरा दिन शुभ माना जाता है, क्योंकि इस दिन अबूझ मुहूर्त रहता है, जिसका अर्थ है कि बिना मुहूर्त देखे अक्षय तृतीया पर कोई भी मांगलिक कार्य किया जा सकता है। फिर भी, यदि आप विशेष मुहूर्त देखकर गृह प्रवेश करना चाहते हैं, तो इस दिन 6 घंटे 44 मिनट का शुभ मुहूर्त है।
अक्षय तृतीया को गृह प्रवेश के लिए - सुबह 05.33 मिनट से दोपहर 12.18 मिनट तक का समय अत्यंत शुभ होगा।
2024 के अक्षय तृतीय का चौघड़िया मुहूर्त | Akshaya Tritiya 2024 Chaughadiya Muhurat
- सामान्य (चर) - सुबह 05.33 से सुबह 07.14 तक
- लाभ (उन्नति) - सुबह 07.14 से सुबह 08.56 तक
- अमत (सर्वोत्तम) - सुबह 08.56 से सुबह 10.37 तक
- शुभ (उत्तम) - दोपहर 12.18 से दोपहर 01.59 तक
गृह प्रवेश की पूजा विधि | Griha Pravesh Puja Vidhi
- वास्तु के अनुसार, गृह प्रवेश एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है, जिसे विधि विधान से करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
- सुबह स्नान करने के बाद साफ वस्त्र पहनें। इस दिन घर के लोगों को निराहार रहना चाहिए।
- गृह प्रवेश के दिन शुभ मुहूर्त में घर को फूलों और तोरण से सजाएं।
- मुख्य द्वार पर रंगोल बनाएं और मेनगेट पर दोनों ओर जल भरे कलश पर दीपक जलाएं।
- घर के ईशान कोण में पूजा करें और पूजा की चौकी पर अनाज से नवग्रह बनाएं। फिर वहां कलश स्थापित करें।
- गृह प्रवेश के समय सबसे पहले देहली या चौखट की पूजा करें।
- चौखट की पूजन के लिए सौभाग्यशाली स्त्रियां या फिर ब्राह्मण को ही आगे करें।
- देहली पूजन के बाद दिक्पाल, क्षेत्रपाल और ग्राम देवता की पूजा करें।
- फिर पति-पत्नी साथ मिलकर मुख्य द्वार से गृह प्रवेश करें, जिसके लिए दायां पैर आगे रखें।
- गृह प्रवेश के दिन रसोईघर की पूजा करें, चूल्हे पर दूध उबालें और फिर खीर बनाएं।
- फिर सत्यनारायण की कथा सुनें। घर में हवन करवाएं और नवग्रह शांति के लिए पूजा करवाएं।