आजकल लगभग सभी के पास एक बैंक खाता होता है। केंद्र और राज्य सरकारों की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने के लिए भी बैंक खाता अत्यंत आवश्यक है। बच्चों के लिए भी बैंक खाता खोला जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप अपने नाम पर कितने बैंक खाते खोल सकते हैं? इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए चलिए हम इसे विस्तार से समझते हैं।
आज के समय में लगभग हर किसी का बैंक खाता होता है। केंद्र और राज्य सरकारों की विभिन्न योजनाओं के लाभ उठाने के लिए आपके पास बैंक खाता होना अत्यंत आवश्यक है। बच्चों के लिए भी बैंक खाता खोला जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक व्यक्ति के नाम पर कितने बैंक खाते हो सकते हैं? आरबीआई ने हाल ही में एक अलर्ट जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि व्यक्ति के नाम पर कितने बैंक खाते हो सकते हैं।
अपनी आवश्यकताओं के अनुसार बैंक खाता खोलें
लोगों के पास अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप बैंक खाता खोलने का विकल्प होता है। इसमें करंट अकाउंट, सैलरी अकाउंट, जॉइंट अकाउंट या सेविंग अकाउंट शामिल होता है। प्राथमिक बैंक खाते की बात करें तो वह सेविंग अकाउंट होता है, जो अधिकतर लोग खोलवाते हैं। क्योंकि इसमें जमा राशि पर आपको ब्याज भी मिलता है। जिनके लेन-देन या ट्रांजेक्शन अधिक होते हैं, वे करंट अकाउंट का विकल्प चुनते हैं। जिसमें अधिकतर व्यवसायिक व्यक्ति शामिल होते हैं। सैलरी अकाउंट वेतनभोगियों के लिए होता है, जिसमें आपको मिनिमम बैलेंस रखने की आवश्यकता नहीं होती, यह जीरो बैलेंस अकाउंट होता है। जॉइंट अकाउंट आप दूसरे व्यक्तियों जैसे कि अपने पति-पत्नी, बच्चों, माता-पिता के साथ ओपन करवा सकते हैं।
किसको कितने खाते खोलने का अधिकार है?
भारत में किसी व्यक्ति कितने बैंक खाते खोल सकता है, यह कोई निर्धारित सीमा नहीं है। इसकी कोई लिमिट नहीं है। व्यक्ति अपनी इच्छा और आवश्यकताओं के अनुसार बहुत सारे बैंक खाते खोल सकता है। आरबीआई ने कोई ऐसी सीमा नहीं लगाई है। बस, आपको अपने सभी खातों का प्रबंधन करना होता है। जैसे कि आप विकल्प चुनते हैं, उसके अनुसार सभी खातों को संभालना होता है। आप चाहें तो अलग-अलग बैंकों के साथ भी सेविंग या अन्य खाते खोल सकते हैं, परन्तु इसके लिए आपको बैंकिंग के सभी नियमों का पालन करना होगा।