Home Loan: घर खरीदना एक महत्वपूर्ण निवेश होता है जो किसी व्यक्ति के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनता है। घर खरीदने का निर्णय लंबे समय के लिए किया जाता है, और इसे भविष्य के योजनाओं के साथ मिलाकर लिया जाता है। क्योंकि घर की कीमत अन्य धनीय संपत्तियों की तुलना में अधिक होती है, इसलिए इसे खरीदने से पहले कई प्रमुख कारकों को ध्यान में रखना चाहिए। इनमें से एक कारक है कि किस तरह से घर की कीमत का भुगतान किया जाए। क्या पूरी रकम का भुगतान करके घर खरीदा जाए या फिर लोन लेकर घर खरीदना उचित होगा? इस विषय पर हम विस्तार से जानेंगे।
20-30 साल पहले, लोन के जरिए घर या गाड़ी खरीदना अधिकतर अनुचित माना जाता था। हालांकि, आजकल इस धारणा में परिवर्तन आया है और लोग अब लोन को हेय नहीं मानते हैं। यह परिवर्तन उन संगठित संस्थाओं के द्वारा किया गया है जो लोन प्रदान करके व्यवस्था को सुधारने में सक्रिय हैं। इन संस्थाओं से लोन लेने के कई लाभ होते हैं, जो कर्ज को आकर्षक बनाते हैं।
नहीं पड़ता एकसाथ बोझ- लोन लेने का एक बड़ा लाभ यह है कि आप बहुत छोटी सी डाउन पेमेंट करके किसी महंगे घर को भी खरीद सकते हैं। इसके बाद, हर महीने आपको EMI देनी होती है, जिससे आपकी जेब पर एक साथ लाखों-करोड़ों रुपये का बोझ नहीं पड़ता।
टैक्स फायदे- यदि आपके पास होम लोन है, तो आप उसके मूलधन और ब्याज कर योग्य आय से घटा सकते हैं। होम लोन लेने वाले लोग 2 लाख रुपये तक का ब्याज अपनी टैक्सेबल आय से घटा सकते हैं।
जांच-परख- होम लोन का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसे आकर्षक बनाता है क्योंकि बैंक आपको लोन देने से पहले सभी कागजात की जांच करता है। बैंक यह सुनिश्चित करता है कि संपत्ति कानूनी है या नहीं, और फिर ही आपको ऋण प्रदान किया जाता है। इससे आपके साथ धोखाधड़ी की आशंका नीची होती है।
पैसों की उपलब्धता- हमें यह पता नहीं होता कि भविष्य में कब और किस समय अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाएगी। इसलिए, सभी कैश को एक साथ घर खरीदने में निवेश कर देना समझदारी का काम नहीं है। वहीं, अगर आप हर महीने थोड़ा-थोड़ा ईएमआई के रूप में जमा करते हैं, तो किसी आपातकालीन स्थिति में आपके पास फंड होगा।