सोने की कीमत अब ऐतिहासिक उच्चाई पर पहुंच गई है। पिछले कई दिनों से, सोने की कीमत निरंतर नए रेकॉर्ड बना रही है। आज के पहले कारोबार में, इसमें लगभग 400 रुपये की वृद्धि दिखाई गई। अंत में, हम इस तेजी का कारण विस्तार से जानेंगे।
सोने की कीमत में तेजी जारी है। सोमवार को यह फिर से नए ऊँचाई पर पहुंच गया है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर पहली बार सोने की कीमत 71,000 रुपये के पार निकल गई है। प्रारंभिक व्यापार में, इसने 10 ग्राम प्रति 71057 रुपये के आसपास के नए उच्चाई तक लगभग 400 रुपये की तेजी के साथ पहुंच गया है। विदेशी बाजार में भी सोना रेकॉर्ड स्तर पर कारोबार कर रहा है।
एक वजह यह है कि कई देशों के सेंट्रल बैंक अपने रिजर्व में सोने का भंडार बढ़ा रहे हैं। इसमें आरबीआई और चीन का सेंट्रल बैंक भी शामिल हैं। चीन के सेंट्रल बैंक ने फरवरी में 12 टन सोना खरीदा और मार्च में भी इसकी खरीदारी जारी रखी। चीन के पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने लगातार 17 महीने से सोने की खरीदारी की है। जानकारों का मानना है कि रेकॉर्ड तेजी के पीछे यह भी एक बड़ा कारण है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन के सेंट्रल बैंक के गोल्ड रिजर्व मार्च में 72.74 मिलियन ट्रॉस औंस तक पहुंच गए हैं। चीन का विदेशी मुद्रा भंडार नवंबर 2015 के बाद रेकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। मार्च के अंत में यह 3.2457 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया। इसमें फरवरी की तुलना में 0.6 फीसदी और एक साल पहले की तुलना में 1.9 फीसदी तेजी देखी गई है।
दुनियाभर के सेंट्रल बैंक अपने भंडार में सोने की मात्रा बढ़ाने में लगे हैं, जो 2022 से शुरू हुआ। 2022 में इन बैंकों ने पहली बार 1000 टन से अधिक सोना खरीदा था और फिर 2023 में भी करीब इतनी ही खरीदारी की थी। वर्तमान में, केंद्रीय बैंकों के रिजर्व में 20% से अधिक सोना है।
बैंक सोना क्यों खरीद रहे हैं?
विशेषज्ञों का कहना है कि डॉलर की गिरती के प्रभावों से बचने के लिए सोना सबसे अच्छा विकल्प है। इसे पिछले 110 सालों से देखा जा रहा है और यह आगे भी जारी रहेगा। जब वित्तीय और आर्थिक आस्थिरता की संकेत दिखाई देती है, तो सेंट्रल बैंक सोना बड़े पैमाने पर खरीदते हैं। अमेरिका, चीन और यूरोप के कई देशों में मंदी के खतरे का सामना किया जा रहा है।
खासकर चीन अर्थव्यवस्था में कई समस्याओं का सामना कर रहा है। गोल्ड रिजर्व के मामले में, अमेरिका पहले स्थान पर है। उसके खजाने में लगभग 8,133 टन सोना है। इसके बाद जर्मनी, इटली, फ्रांस, रूस, चीन, स्विट्जरलैंड और भारत का स्थान है। आरबीआई ने इस साल करीब 13 टन सोना खरीदा है और उसके पास 817 टन गोल्ड रिजर्व है।