Vastu Tips for Kitchen: रसोईघर का महत्व वास्तु शास्त्र में बहुत अधिक है। खुशहाल जीवन जीने के लिए वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना चाहिए। कपूर का अधिकतर प्रयोग पूजा के समय किया जाता है। रसोईघर में कपूर जलाने की सलाह दी जाती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, इससे वातावरण शुद्ध होता है और घर में सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है। चलिए, वास्तु शास्त्र के कपूर से संबंधित उपायों के बारे में जानते हैं।
लाभ होता है
यदि आप नियमित रूप से रसोईघर में कपूर जलाते हैं, तो यह भोजन बनाते समय मन को शांत और शुद्ध बनाता है। इसका असर बनने वाले खाने पर भी होता है।
इसके अतिरिक्त, रसोईघर में कपूर जलाने से नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिलती है और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
यह माना जाता है कि जहाँ पांच तत्वों का संतुलन बना रहता है, वहाँ कभी भी वास्तु दोष नहीं होता। पांच तत्वों में पृथ्वी, जल, आकाश, अग्नि और वायु शामिल हैं। इन्हें काबू में रखने के लिए प्रतिदिन कपूर जलाने की सलाह दी जाती है।
कपूर को जलाने से माना जाता है कि पितृदोष से छुटकारा मिलता है।
गाय के उपलों पर कपूर जलाने से घर की बुरी शक्तियों से मुक्ति मिलती है।
इन बातों पर ध्यान दें
रसोईघर में हमेशा साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए। कहा जाता है कि किचन साफ रहने से सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, रसोईघर को बनाने के लिए दक्षिण-पूर्व दिशा सर्वोत्तम होती है। इसके अतिरिक्त, किचन के कैबिनेट बनाने के लिए दक्षिण या पश्चिम दिशा की दीवार शुभ मानी जाती है।